दिल्ली- संसद का विशेष सत्र शुरु हो चुका है. एक तरफ जहां पीएम मोदी लोकसभा में मौजूद है. वहीं राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों का हंगामा भी जारी है. राज्यसभा में संसद के विशेष सत्र में मल्लिकार्जुन खड़गे ने बोलते हुए कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होगा हम इंडिया हैं. अंग्रेजों ने भारत को कम आंका था. लेकिन ये एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के रुप में विजयी हुई है. जब हमने 1950 में लोकतंत्र को अपनाया.तो कई विदेशी विद्वानों ने सोचा कि यहां लोकतंत्र विफल हो जाएगा. क्योंकि यहां लाखों लोग आरक्षित हैं.
दिल्ली
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) September 18, 2023
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का संबोधन
राज्यसभा में बोल रहे मल्लिकार्जुन खरगे
नाम बदलने से कुछ नहीं होगा हम इंडिया हैं- खरगे#Delhi @kharge #ParliamentSpecialSession pic.twitter.com/jwjIGjAlmG
आगे मल्लिकार्जुन खड़गे ने बोलते हुए ये भी कहा कि हमसे बार-बार यहीं पूछा जाता है कि 70 साल में क्या हुआ. इस सवाल के जवाब में खड़गे ने कहा कि हमने वहीं किया जो आप लोग आज आगे बढ़ा रहे हैं.उसे शुरु किया.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार को अपनी राजनीति करने का तरीका बदलना चाहिए. अगर हम नए संसद में चले गए और वो नहीं बदले तो कुछ भी नया नहीं होगा.
वहीं दूसरी तरफ विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी कहा कि हमसे हर बार सवाल किया जाता है कि हमने कुछ नहीं किया. अगर ऐसा वाकई में है, तो इसरो जैसे संस्थानों की स्थापना किसने की.1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने इसी की स्थापनी की थी.