Photos: सीएम और चीफ जस्टिस सम्मेलन में हुआ ममता-योगी का सामना, दोनों एक ही कतार में बैठे दिखे…

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विज्ञान भवन में राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने सम्मेलन को संबोधित भी किया। कार्यक्रम में केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू और भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना भी शामिल रहे।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विज्ञान भवन में राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने सम्मेलन को संबोधित भी किया। कार्यक्रम में केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू और भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना भी शामिल रहे। वहीं सम्मेलन में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हुईं, दोनों एक ही कतार में बैठे दिखे। वहीं उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी और सीएम योगी एक साथ बैठे दिखे।

सम्मेलन में पीएम ने कहा कि हमारे देश में जहां एक ओर जूडिशियरी की भूमिका संविधान संरक्षक की है। वहीं लेजिस्ट्रचर नागरिकों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है। मुझे विश्वास है कि संविधान की इन दो धाराओं का ये संगम, ये संतुलन देश में प्रभावी और समयबद्ध न्याय व्यवस्था का रोडमैप तैयार करेगा। सम्मेलन को संबोधित करते हुए CJI एनवी रमना ने कहा कि ‘लक्ष्मण रेखा’ का ध्यान सबको रखना चाहिए, अगर कुछ भी कानून के अनुसार हो तो न्यायपालिका कभी भी शासन के रास्ते में नहीं आएगी। यदि नगरपालिकाएं कर्तव्यों का पालन करती हैं, यदि पुलिस ठीक से जांच करती है और अवैध हिरासत की यातना समाप्त होती है, तो लोगों को अदालतों की ओर देखने की जरूरत नहीं होगी।

बता दें कि पहला मुख्य न्यायाधीशों का सम्मेलन नवंबर 1953 में आयोजित किया गया था और अब तक 38 ऐसे सम्मेलन आयोजित किए जा चुके हैं। पिछला सम्मेलन वर्ष 2016 में आयोजित किया गया था। वहीं मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन और मुख्यमंत्रियों और मुख्य न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन दोनों को सीजेआई रमण की पहल पर अब छह साल के अंतराल के बाद आयोजित किया गया।

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