डिजिटल डेस्क- परिवारवाद, भाई-भतीजावाद ये ऐसी चीजें है, सालों से हमारे समाज में चलती चली आ रही है. चाहे वो राजनीति का गलियारा हो, या फिर बॉलीवुड की दुनिया. हर व्यक्ति इस देश में इस मुद्दे से काफी हद तक वाकिफ़ है. बसपा सुप्रीमो मायावती भी अक्सर अपने बयानों में भाई-भतीजावाद का जिक्र करती हुई आ रही हैं. खासकर अखिलेश यादव को लेकर तो उन्हें कई सार्वजनिक जगहों पर इसपर चर्चा की है.
हाथी के सिंबल वाली बसपा की कमान भले ही मायावती के हाथों में हो.लेकिन पिछले काफी समय से पार्टी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को सौंप रखी है.कहा जाता है कि आकाश आनंद बसपा पार्टी का जनाधार बढ़ाने का मोर्चा संभाल चुके हैं. बसपा पार्टी की अब किसी भी मीटिंग में मायावती अकेले नहीं दिखाई देती हैं. चुनावी मुद्दों पर चर्चा हो या फिर पार्टी के लिए लिया गया मजबूत और नया फैसला,इन सब में मायावती के साथ आकाश आनंद जरुर होते हैं.
राजनीतिक जानकारों की माने तों लोकसभा और राज्यसभा चुनाव में मिली असफलता के बाद से मायावती ने आकाश आनंद को राजनीति में और बढ़ाने के बारे में सोचा है. पार्टी में अहम पद दिए है. और तो और जिन राज्यों में चुनाव होते हैं उनकी कमान में कहीं न कहीं मायावती,आकाश आनंद के हवाले करते हुए दिखाई दे रहीं है.
बता दें कि बीते 23 अगस्त को बसपा की मीटिंग का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है.इस वीडियों में मायावती जब आती हैं. तो उनके दाहिनी ओर आकाश मौजूद रहते हैं. इस दौरान पार्टी का मास्टरमाइंड कहे जाने वाले सतीश चंद्र मिश्रा भी दिखाई देते हैं. मीटिंग में मायावती,आकाश आनंद के कंधों पर हाथ रखते हुए आशीर्वाद देते हुए दिखाई दे रही है. वहीं आकाश ने भी मायावती को प्रणाम किया.
इसके अलावा बसपा ने 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा को लेकर अपनी तैयारियों की तरफ ज्यादा ध्यान देना शुरु कर दिया है.राजस्थान में पार्टी के नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद चुनावी यात्राएं भी कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव में भी उनकी भूमिका अहम मानी जा रही है. और कयास लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में आकाश आनंद बहुजन समाज पार्टी की बागडोर संभाल सकते हैं.