
Lucknow : बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के उत्तराधिकारी को लेकर स्पष्ट शर्तें तय की हैं। उन्होंने कहा कि बीएसपी में रिश्ते-नाते महत्वहीन हैं और केवल बहुजन समाज के हित सर्वोपरि हैं। मायावती ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी का उत्तराधिकारी वही हो सकता है, जो पार्टी को मजबूती से आगे बढ़ाए, ईमानदारी से काम करे, और जी-जान से संघर्ष जारी रखे।
मायावती ने अपनी पार्टी की स्थापना के पीछे की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, “पार्टी को स्थापित करने के लिए मैंने सब कुछ त्याग दिया था, और इसी ध्येय से काम किया कि बहुजन समाज के लोग अपने पैरों पर खड़े हो सकें।” उन्होंने यह भी कहा कि बीएसपी में उनका कोई व्यक्तिगत स्वार्थ या रिश्ते-नाते नहीं हैं, और उनका एकमात्र उद्देश्य बहुजन समाज का कल्याण करना है।
मायावती ने अपने उत्तराधिकारी से यह उम्मीद जताई कि वह भी अपने तन, मन, और धन से काम करेगा और पूरी जिम्मेदारी के साथ पार्टी को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, “मैं अपनी आखिरी सांस तक संघर्ष करती रहूंगी और हर कुर्बानी दूंगी, ताकि बहुजन समाज को उनका हक मिल सके।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उत्तराधिकारी को ईमानदारी से पार्टी की जिम्मेदारी निभानी होगी और बहुजन समाज के हित में काम करना होगा। मायावती का यह बयान पार्टी के भविष्य को लेकर उनकी स्पष्ट नीति को दर्शाता है, जिसमें हर एक सदस्य को अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभानी होगी।