भारत ने एक बार फिर अपने सुरक्षात्मक कदमों से यह साबित किया कि वह आतंकवाद और पाकिस्तानी हमलों के खिलाफ पूरी तरह से सतर्क है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने एक प्रेस ब्रीफिंग में स्पष्ट किया कि भारत ने पाकिस्तान द्वारा समर्थन प्राप्त आतंकवादी संगठन TRF के ठिकानों को निशाना बनाया है। उन्होंने पाकिस्तान के दावों को खारिज करते हुए विश्व समुदाय से पाकिस्तान की आतंकवाद फैलाने वाली नीति से निपटने का आह्वान किया।
भारत का जवाब – केवल आतंकी ठिकानों को निशाना:
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, “हमने केवल आतंकवादी बुनियादी ठिकानों को निशाना बनाया है, न कि नागरिकों को।” उन्होंने आगे बताया कि पाकिस्तान द्वारा लगाए गए आरोप, जिसमें यह कहा गया कि भारतीय हमलों में केवल नागरिकों की मौत हुई है, पूरी तरह से झूठे और मनगढ़ंत हैं। मिसरी ने साफ तौर पर कहा कि भारतीय सुरक्षा बलों ने उन ठिकानों को निशाना बनाया है, जहाँ आतंकवाद पनपता है, और जहां आतंकवादियों को सम्मान के साथ विदा किया जाता है।
PAG और TRF का संबंध:
विक्रम मिसरी ने कहा कि TRF (The Resistance Front), जो पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है, ने ही 7 मई को पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी। पाकिस्तान की ओर से TRF का बचाव किए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों का समर्थन करता है और दुनिया के कई बड़े आतंकी हमलों के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं।
पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा और भारत का कड़ा जवाब:
भारत ने पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे प्रोपेगेंडा का भी खंडन किया। मिसरी ने कहा, “पाकिस्तान केवल झूठ फैलाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को दोषी ठहराने की कोशिश कर रहा है।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की इन हरकतों का कड़ा जवाब दिया जाएगा, और भारत भविष्य में हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा।
सिंधु जल संधि पर पाकिस्तान का गैर-सहयोग:
मिसरी ने यह भी कहा कि सिंधु जल संधि पर पाकिस्तान का सहयोग न होने के कारण, भारत को जल संधि के संबंध में कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा। पाकिस्तान की ओर से इस संधि का उल्लंघन चिंता का विषय बन गया है, और भारत इस मामले में अपनी स्थिति को मजबूत बनाए रखेगा।
आतंकी संगठनों को बचाने वाले पाकिस्तान की निंदा:
विदेश सचिव ने साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को बचाता है और दुनिया भर में आतंकवादी हमलों के पीछे इसके कनेक्शन हैं। “अब समय आ गया है कि विश्व समुदाय पाकिस्तान की आतंकवाद और धोखाधड़ी की नीति को पहचानें और इस पर कड़ी सख्ती से कार्रवाई करें,” मिसरी ने अपील की।
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भारत का रुख – आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई:
भारत का संदेश स्पष्ट था: “पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देना और उसका बचाव करना अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर हिमाकत का पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।”
भारत की प्रेस ब्रीफिंग ने एक बार फिर यह साफ कर दिया कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा। पाकिस्तान के आतंकी संगठनों का समर्थन और प्रोपेगेंडा अब वैश्विक स्तर पर चुनौती बन चुका है, और भारत ने इसकी खिलाफत में कड़ा कदम उठाया है। अब, समय आ गया है कि विश्व समुदाय पाकिस्तान को उसकी आतंकवादी नीति के लिए जवाबदेह ठहराए।









