
Meerut: मेरठ में सीजीएसटी (CGST) ऑफिस पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की बड़ी कार्रवाई में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। इस मामले में अधीक्षक आफताब, इंस्पेक्टर सचिन और ड्राइवर सचिन को आरोपित किया गया है।
ड्राइवर सचिन रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार
CBI ने CGST अधीक्षक आफताब के ड्राइवर सचिन को एक व्यापारी से 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। इसके बाद ड्राइवर सचिन को कोर्ट में पेश किया गया। पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि वह उच्चाधिकारियों के निर्देश पर व्यापारियों से वसूली करता था।
अधिकारियों के घरों पर तलाशी में बरामद कैश
सीबीआई ने अधीक्षक आफताब और इंस्पेक्टर सचिन के घरों पर छापेमारी की, जहां से बड़ी मात्रा में नकदी और करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए। इन संपत्तियों में भारी निवेश का भी खुलासा हुआ है।
रजनीश के संरक्षण में चल रहा था भ्रष्टाचार
जांच में पता चला है कि उप सहायक आयुक्त रजनीश के संरक्षण में यह रिश्वतखोरी का खेल चल रहा था। व्यापारी वर्ग को ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूली जाती थी।
मेरठ और अन्य जिलों से की गई वसूली
सीबीआई की जांच में सामने आया कि मेरठ, मुजफ्फरनगर और आसपास के कई जिलों से व्यापारियों से वसूली की गई थी। मुजफ्फरनगर के कादिर राणा छापे में भी यह आरोपी शामिल थे।
तैनाती के दौरान करोड़ों की अवैध कमाई
मेरठ में तैनाती के दौरान इन अधिकारियों ने करोड़ों रुपये की अवैध कमाई की। अब सीबीआई इस मामले में आगे की जांच कर रही है और अन्य संभावित आरोपियों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में है।









