
Uttar Pradesh: “मेरी पत्नी के साथ विवाद चल रहा है, और वह सपने में मुझे छाती पर बैठकर मेरा खून पीने की कोशिश करती है, जिससे मैं रात को सो नहीं पाता हूं। इस मानसिक स्थिति के कारण मैं 16 फरवरी को समय पर ड्यूटी पर नहीं पहुंच सका। मुझे भगवान की शरण में जाने का रास्ता बताएं. ताकि मुझे सारे दुखों से मुक्ति मिल सके.” ये सुनकर आपको थोड़ा अजीब लगा होगा. लेकिन यह जवाब है यूपी पीएसी बल में कार्यरत एक जवान का….आइए जानते हैं पूरा मामला…..
क्या है मामला?
यह अजीबों गरीब मामला यूपी के मेरठ स्थित 44वीं वाहिनी पीएसी का है, जहां एक जवान ने लगातार ड्यूटी में देर से पहुंचने के कारण अधिकारियों से जवाब-तलब किया। 16 फरवरी को ड्यूटी से पहले ब्रीफिंग में वह समय पर नहीं पहुंच पाया। इस पर उसके खिलाफ दलनायक मधुसूदन शर्मा ने एक नोटिस जारी किया, जिसमें पूछा गया कि 16 फरवरी की सुबह ब्रीफिंग में वह समय पर क्यों नहीं पहुंचे। नोटिस में यह भी लिखा था कि जवान का वर्दी का टर्नआउट सही नहीं था और वह सामूहिक कार्यों और गणना में भी देर से पहुंचे। यह सब कर्तव्य के प्रति लापरवाही को दिखाता है।
इस नोटिस के बाद जवान ने अपनी चिठ्ठी में जो कारण बताए, वे चौंकाने वाले थे। जवान ने लिखा, “मेरी पत्नी के साथ विवाद चल रहा है, और वह सपने में मुझे छाती पर बैठकर मेरा खून पीने की कोशिश करती है, जिससे मैं रात को सो नहीं पाता हूं। इस मानसिक स्थिति के कारण मैं 16 फरवरी को समय पर ड्यूटी पर नहीं पहुंच सका।”
मानसिक तनाव और मानसिक बीमारी का खुलासा
इसके अलावा जवान ने आगे लिखा कि वह डिप्रेशन और चिड़चिड़ेपन की दवाइयां ले रहा है और उसकी मां भी बीमार है, जिससे वह मानसिक रूप से काफी परेशान है। उसने लिखा, “मेरी जीवन जीने की शक्ति खत्म हो चुकी है, मैं भगवान के चरणों में समर्पित होना चाहता हूं, कृपया मुझे भगवान तक पहुंचने का मार्ग बताएं ताकि मैं अपने दुखों से मुक्त हो सकूं।”
सोशल मीडिया पर चिठ्ठी का वायरल होना
इसके बाद जवान की चिठ्ठी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिससे उसकी मानसिक स्थिति और कठिनाइयों का पता चलता है। वायरल चिठ्ठी के बाद पीएसी अधिकारियों ने स्थिति को गंभीरता से लिया है। मेरठ 44वीं वाहिनी के कमांडेंट सचिंद्र पटेल ने इस बारे में बयान देते हुए कहा कि “यह चिट्ठी क्या है और संबंधित स्टाफ कौन है? उसकी समस्याओं का पता लगाया जा रहा है। इसके बाद ही कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि यह चिठ्ठी कहां से और किसने वायरल की है, इसकी जांच की जा रही है।
मानसिक तनाव और व्यक्तिगत समस्याएं
यह घटना एक बार फिर से मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को सामने लाती है। जवान ने अपनी चिठ्ठी में जो मानसिक तनाव और व्यक्तिगत समस्याएं साझा की हैं, वे यह संकेत देती हैं कि मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना कितना जरूरी है, खासकर उन लोगों के लिए जो सुरक्षा बलों जैसी चुनौतियों का सामना करते हैं।
वही इस मामले में पीएसी जवान के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। अधिकारियों को जवान की समस्याओं पर ध्यान देना होगा और उसकी स्थिति का मूल्यांकन करना होगा।