
डिजिटल डेस्क– 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है. सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी दलों का खेमा अपनी-अपनी चुनावी प्लानिंग के तहत काम कर रहा है. जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है. जोड़तोड़ की राजनीति भी फिर से शुरु हो गई है.
बीते दिनों सुभासपा के बीजेपी के साथ हुए गठबंधन के बाद सियासी गलियारों में खूब गहमागहमी बढ़ गई. जब से ओपी राजभर ने बीजेपी के साथ जाने का ऐलान किया है. तब से विपक्षी दलों का बीजेपी और राजभर के ऊपर हमला तेज हो गया.
ओपी राजभर उन नेताओं में से जो अपने बयानों को लेकर भी सुर्खियों में रहते हैं. कभी वो सपा के साथ दिखाई देते हैं तो कभी वो बीजेपी के पाले में….
जब से ओपी राजभर बीजेपी के साथ आए हैं तब से कुछ और विपक्षी दल और नेता हैं जिनको लेकर कयास लगाया जा रहा है कि वो बीजेपी के साथ आ सकते है.
ऐसा ही एक प्रमुख नाम हैं RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी का……
निकाय चुनाव में RLD पार्टी का बहुत अच्छा प्रदर्शन रहा था. बता दें कि जाट समुदाय का वोट बैंक RLD के पास ही है. RLD पार्टी अपने अलग तरीके की चुनावी पैतरों के लिए जानी जाती है. बीते दिनों पटना में विपक्षी दलों की महाबैठक हुई थी.
जयंत चौधरी से विपक्षी पार्टियों की बैठक पर और सत्ताधारी बीजेपी को लेकर सवाल किए गए थे, बीजेपी को लेकर उनका क्या विचार है ?. पर उन्होंने अपने बयान में कहा था कि वो विपक्ष के नेता है और विपक्ष के ही नेता रहेंगे.
जयंत चौधरी ने कहा था कि वो विपक्षी खेमें रहकर ही काम करेंगे. और अपनी पार्टी का जनाधार बढ़ाएंगे.
वहीं आज फिर से विपक्षी दलों का महाजुटान है. बेंगलुरु में सारे विपक्षी दल इकठ्ठा होंगे.यहां पर विपक्षी दलों की दूसरी बड़ी बैठक है. और इस बैठक में जयंत चौधरी ने भी शामिल होने का ऐलान कर दिया है. जहां एक तरफ बीजेपी इस कोशिश में लगी है कि यूपी में विपक्षी दलों के मुकाबले बीजेपी पार्टी अपना कुनबा और ज्यादा बढ़ा सके. साथ ही गठबंधन कर महापार्टी बनने की तैयारी में है. लेकिन जयंत चौधरी के बेंगलुरु में होने वाली बैठक में हिस्सा लेने के ऐलान से बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है.
26 दलों को किया गया है आमंत्रित
बता दें कि 26 विपक्षी दलों के नेता 17-18 जुलाई को बेंगलुरु के एक होटल में जुटेंगे. कांग्रेस ने बेंगलुरु में शुरू होने वाली दूसरी विपक्षी बैठक के लिए कुल 25 पार्टियों से समर्थन जुटाया है.कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के बुलावे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी विपक्ष की बैठक में आने वाली हैं.
दूसरी बैठक में 10 नए दलों को किया गया आमंत्रित
कांग्रेस ने एनडीए पर अपनी ताकत बढ़ाने के लिए बेंगलुरु में दूसरी विपक्षी बैठक में 10 नए दलों को आमंत्रित किया है. इनमें मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके), विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), कोंगु देसा मक्कल काची (केडीएमके), फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), केरल कांग्रेस (जोसेफ), केरल शामिल हैं। कांग्रेस (मणि), अपना दल (कामेरावाड़ी) और तमिलनाडु की मनिथानेया मक्कल काची (एमएमके).
सभी तैयारियों पूरी कर ली गई हैं। बैठक की सभी तैयारियों की निगरानी के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को प्रभारी नियुक्त किया गया है। नेताओं के सोमवार दोपहर को आने की तैयारी के साथ, शाम 6 बजे एक अनौपचारिक बैठक निर्धारित है जिसके बाद रात 8 बजे रात्रिभोज होगा.
अब देखने वाली बात ये होगी कि सत्ताधारी पार्टी, RLD अध्यक्ष को अपनी ओर खींचने में कामयाब हो पाती है या नहीं. क्योंकि लगातार जयंत चौधरी विपक्षी दलों के साथ दिखाई दे रहे हैं ऐसे में बीजेपी की कोशिश नाकाम होती हुई दिखाई दे रही हैं. साथ ही अंदाजा लगाया जा रहा है की जाट बेल्ट में बीजेपी को बड़ी परेशानी हो सकती है. वजह ये हैं कि क्षेत्रीय राजनीति में जाट समुदाय एक अहम पहलू है. और इसके लिए बीजेपी के पास अभी कोई साथी नहीं है.