उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में ग्राम्य विकास विभाग की ग्रामोन्मुखी योजनाओं का क्रियान्वयन जहां बेहतर तरीके से किया जा रहा है, वहीं योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में कहीं घालमेल न होने पाये ,इसके लिए सतत् रूप से निगरानी किये जाने की व्यवस्था की गयी है। मनरेगा योजनांतर्गत कार्यों की गुणवत्ता पर प्रभावी व पैनी नजर रखने के भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। मनरेगा कार्यों की ड्रोन तकनीक से वीडियोग्राफी/ फोटोग्राफी कर निगरानी का कार्य निरंतर जारी है। राज्य मुख्यालय स्तर पर तैनात टीम द्वारा जनपदों में जाकर कार्यों की निरंतर ड्रोन तकनीक से वीडियोग्राफी/फोटोग्राफी का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में अब टीमें आजमगढ़, गाजीपुर व अम्बेडकरनगर जनपद का भ्रमण कर योजनांतर्गत किये गये कार्यों की निगरानी कर रही हैं। मनरेगा योजना के अन्तर्गत कार्यस्थलों पर निगरानी ड्रोन प्रणाली के माध्यम से भी की जा रही है। ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशो के क्रम में राज्य स्तरीय ड्रोन टीमों का उपयोग मनरेगा कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण/निगरानी के लिये किया जा रहा है।
आयुक्त, ग्राम्य विकास श्री जी0 एस0 प्रियदर्शी ने बताया कि इन तीनों जिलों के 5-5 विकास खण्डों की 20 -20 ग्राम पंचायतों में वर्ष 2023-24 में मनरेगा के अन्तर्गत करायें गये सभी कार्यों की ड्रोन टीम से वीडियोग्राफी/ फोटोग्राफी कर निरीक्षण /निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। ड्रोन टीमें निर्धारित रोस्टर के अनुसार दायित्वों का निर्वहन कर रही हैं।सम्बन्धित जिलों के मुख्य विकास अधिकारी को ड्रोन टीमों को सहयोग प्रदान करने हेतु अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देशों के क्रम में इन तीनों जिलों के मुख्य विकास अधिकारियों ने खण्ड विकास अधिकारियों व अन्य सम्बन्धित कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।