
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने विपक्ष को संघ का महत्व समझाते हुए कहा कि, संघ एक सैन्य संगठन नहीं है, बल्कि एक पारिवारिक माहौल वाला समूह है। आपको बता दे कि (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ग्वालियर में संघ के मध्य भारत प्रांत के संगीत बैंड के समापन शिविर को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान मोहन भागवत ने कहा कि ‘संघ में यदि संगीत कार्यक्रम होते हैं तो इसका यह मतलब नहीं की यह संगीत विद्यालय है और न ही व्यायामशाला या मार्शल आर्ट क्लब है। कभी-कभी, संघ को एक अर्धसैनिक (बल) के रूप में वर्णित किया जाता है। लेकिन संघ एक सैन्य संगठन नहीं है।” संघ एक पारिवारिक माहौल वाला समूह है।
उन्होंने आगे कहा, “पश्चिमी देश संगीत को मनोरंजन मानते हैं। इसे वहां रोमांच के लिए बजाया जाता है। लेकिन भारत में संगीत आत्मा को शांत करने के लिए है। यह एक कला है जो मन को शांत करती है।