
विपिन सोलंक
बागपत: पूर्व रक्षामंत्री व सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री सपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के निधन से बागपत ज़िले में शोक छा गया। सपा के संरक्षक रहे मुलायम सिंह का अपने राजनीतिक गुरु पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की कर्मस्थली बागपत से विशेष लगाव रहा है। वह बागपत में केवल राजनीतिक कार्यक्रमों तक सीमित नहीं रहते थे, बल्कि मुलायम सिंह यादव निजी कार्यक्रमों में भी ख़ूब शिरकत करते थे। नेता जी कई बार अचानक भी कार्यकर्ताओं के घर पहुँच जाते थे।
लखनऊ
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) October 10, 2022
➡सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान
➡नेताजी मुलायम सिंह के निधन पर बोले सीएम
➡मुलायम सिंह जी को श्रद्धांजलि देता हूं- सीएम
➡परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं- सीएम
➡मुलायम सिंह जी एक महत्वपूर्ण स्तंभ थे- सीएम#Lucknow @myogiadityanath @CMOfficeUP pic.twitter.com/jgD11M4qf8
हसनपुर मंसूरी के रहने वाले पूर्व ज़िला अध्यक्ष संजीव यादव और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ओमकार यादव के घर वो दस से ज़्यादा बार पहूंचे और उनके परिवार से उनका विशेष लगाव था। बागपत में दिल्ली पब्लिक स्कूल के मुलायम सिंह यादव संस्थापक ट्रस्टी भी है। मुलायम सिंह यादव ने इस संस्था की स्थापना कराई थी। वर्ष 1982 में मुजफ्फरनगर के शुक्रताल में कार्यकर्ता सम्मेलन था। वहां से लौटते समय मुलायम सिंह यादव रामा कालोनी बडौत में साहब सिंह के घर आए थे। उसके बाद वर्ष 1993 में साहब सिंह के भतीजे सुधीर की शादी में बाघु गांव में भी आए थे। जहाँ वर्ष 1994 में बडौत के दिगंबर जैन कालेज के सी फील्ड में सभा में आए थे।