उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में प्रेम प्रसंग और नाबालिग लड़की को भगाने के आरोप से शुरू हुई कहानी रविवार को एक दर्दनाक मोड़ पर पहुंची। आरोपी युवक सूर्यभान यादव (20) का शव ज्ञानपुर थाना क्षेत्र के चकवा महावीर तालाब से संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ। युवक तीन दिन से पुलिस कस्टडी में था और शनिवार सुबह वह थाने से फरार हो गया था। फरारी के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे थे।
शनिवार रात तालाब किनारे सूर्यभान के कपड़े, बेल्ट, जूते और पांच पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला था। इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी और रविवार सुबह गोताखोरों की मदद से शव निकाला गया। मृतक युवक मवैया हरदोपट्टी (चकवा) का रहने वाला था और उसके पिता और चाचा पुलिस विभाग में होमगार्ड हैं।
एसपी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि सूर्यभान पर 1 नवंबर को नाबालिग मुस्लिम लड़की को बहला-फुसलाकर भगाने का आरोप था। लड़की 19 नवंबर को बरामद कर ली गई थी। आरोपी युवक की फरारी के बाद उसके द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट में उसने दबाव और पुलिस पूछताछ से तंग आकर आत्महत्या करने की बात कही।
हालांकि, सूर्यभान के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उनका कहना है कि युवक की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। परिजनों का दावा है कि शव पर चोट के निशान हैं, जिससे हत्या की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। परिजनों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।









