प्रयागराज : इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में जस्टिस संगीता चंद्रा (Justice Sangita Chandra) के बहिष्कार का मामला काफी ज्यादा तूल पकड़ रहा है. ऐसे में अब हाई कोर्ट बार एसोसिएशन इलाहाबाद ने भी एकमत से प्रस्ताव पास किया है, की जस्टिस संगीता चंद्रा का तबादला किया जाए. वकीलों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप भी लगाया गया है. उनके पति के सरकारी वकील होने की भी शिकायत की गई है. उनसे जुड़े अन्य मामलों में जिसमें काफी बड़ी संख्या में वकीलों ने हस्ताक्षर भी कर रखे थे. ये मामला भी बार की मीटिंग में रखा गया.
आपको बता दें कि सीनियर एडवोकेट सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) पर जस्टिस संगीता की कोर्ट द्वारा अपराधिक अवमानना का मामला चलाए जाने के बाद से ये प्रकरण तूल पकड़ गया. अवध बार, बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश (Bar Council of Uttar Pradesh) के बाद अब हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ( HCBA) ने भी मोर्चा खोल दिया है. आज लखनऊ बेंच में जस्टिस चंद्रा की कोर्ट का बहिष्कार किया गया जो अभी जारी रहेगा. बार की तरफ से सार्वजनिक लिखित बयान जारी किए गए हैं. ये हाई प्रोफाइल मामला इलाहाबाद और लखनऊ में लीगल फ्रेटरनिटी के बीच सबसे ज्वलंत विषय बना हुआ है।
बता दें कि, हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में जस्टिस संगीता चंद्रा को बार एसोसिएशन ने बहिष्कार किया. बार ने तय किया कि कोई सदस्य सुनवाई के लिए नहीं जाएगा. अवध बार एसोसिएशन ने आज सुबह अर्जेंट मीटिंग की थी जिस मीटिंग में जस्टिस संगीता चंद्रा के खिलाफ प्रस्ताव पास किया गया. बार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से उनके तबादले की मांग की थी. ऐसे में सतीश चंद्र मिश्रा से सुनवाई के दौरान जस्टिस चंद्रा नाराज हुई थीं. एस.सी मिश्रा पर कंटेप्ट चलाने के लिए CJ को केस रेफर किया था. जस्टिस चंद्रा पर वकीलों को कोर्ट में अपमान करने का आरोप है. फिलहाल कोर्ट रूम 3 का वकीलों ने पूर्ण बहिष्कार कर दिया था. और तबादले की मांग को लेकर सीजे और CJI को पत्र भेजा गया.