नई दिल्ली. देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। चुनाव को लेकर अगले महीने से मतदान भी शुरु होने वाला है। ऐसे में देश और राज्यों की सरकार बनाने में सबसे अहम भूमिका वोटर्स की होती है। देशभर में 25 जनवरी यानि आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाए जाने की सबसे बड़ी वजह वोटर्स को जागरूक करना है। इसके अलावा निर्वाचन आयोगका मुख्य उद्देश्य था कि देश में जिनकी उम्र 1 जनवरी को 18 वर्ष हो चुकी है उन्हें वोट देने का अधिकार दिया जाए।
विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए निर्वाचन आयोग द्वारा राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर पत्र भेजा गया है। जिसमें निर्वाचन आयोग द्वारा कहा गया है कि सभी तहसीलों, ब्लाकों पर मतदाता दिवस वर्चुअल तरीके से कराए जाने के दिशा निर्देश दिए हैं।
मतदाता दिवस के मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया है। जहां वोटरों मतदान के लिए जागरूक किया जाएगा और मतदान करने की शपथ दिलाई जाती है, ताकि वह एक नागरिक के तौर पर लोकतंत्र की रक्षा के लिए जागरूक रहें।
साल 2011 में हुई थी राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरूआत
देशभर में 25 जनवरी यानि आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है। देश और प्रदेश की सरकार बनाने में सबसे अहम भूमिका वोटर्स की होती है। यहां जनता का सबसे बड़ा अधिकार होता है। चुनाव आयोग के 61वें स्थापना दिवस पर 25 जनवरी 2011 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस का शुभारंभ किया था।