ग़ज़ियाबाद : एक ओर सरकार संचारी रोग नियंत्रण को लेकर अभियान चला रही है तो वही दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। स्वर्णजयंतीपुरम इलाके में गंदगी के चलते डायरिया 2 बच्चो पर काल बनकर टूटा हैं। जबकि 30 से अधिक बच्चे जिला अस्पताल में भर्ती है। सभी को डायरिया की शिकायत पर भर्ती कराया गया हैं। पिछले हफ्ते भर से कालोनी के पास ही बने तालाब में गंदगी और बरसाती पानी का जमाव होने के कारण इलाके में बुखार और डायरिया ने महामारी का रूप ले लिया हैं। जिसके चलते 5 साल के कृष्णा और 7 साल की अंकिता की मौत हो चुकी है। कई बच्चे अभी भी अस्पताल में भर्ती है जिनका इलाज चल रहा है।
मौत के बाद नींद से जागा स्वास्थ विभाग, पानी की कराई गई सैंपलिंग।
स्वर्णजयन्तीपुरम जीडीए द्वारा बसाई गयी कालोनी है, जहां पर EWS फ्लैट्स है उन्ही फ्लैट और पीछे सदरपुर गाँव के बीच में तालाब (जोहड़) है। जहां पर गंदगी का अंबार लगा हुआ हैं। पिछले दिनों हुई तेज बारिश के चलते तालाब की गंदगी बजबजाती हुई सड़को तक फैल गयी। उसी के चलते महामारी फैलने की आशंका जाहिर की जा रही है।सीएमओ भवतोष शंखधर ने बताया कि स्वास्थ विभाग ने पिछले 3 दिनों से इलाके में कैंप लगाकर लोगों की स्वास्थ जांच की हैं। कुछ लोगो और बच्चो को बुखार और डायरिया की शिकायत पर अस्पताल में भड़ती कराया गया हैं। उन्हें दवाइयां दी जा रही हैं इसके अलावा नगर निगम ने इलाके में साफ सफाई करा चूने का छिड़काव कराया है। जिला सर्विलांस अधिकारी आर.के. गुप्ता ने बताया कि इलाके में पानी की टँकी से पानी की सप्लाई होती है। ऐसे में पानी की सैंपलिंग कराई गई है। पानी की टंकी में ब्लीचिंग पाउडर मिलाया गया हैं।