
मुंबई; महाराष्ट्र की राजनीति में चाचा-भतीजे के बीच सियासी जंग जारी है. एनसीपी के दो फाड़ होने के बाद आज दोनों गुटों ने शक्ति प्रदर्शन किया. इस मुकाबले में चाचा शरद पवार पर भतीजे अजित पवार भारी दिखे. आज दोनों गुटों की अलग-अलग हुई. अजित पवार की बुलाई बैठक में जहां लगभग 35 विधायक पहुंचे… वहीं, शरद पवार की बैठक में महज 13 विधायक ही पहुंच सके. इस तरह से भतीजे ने चाचा पर बढ़त बनाई.
वहीं, अपनी बुलाई बैठक को संबोधित करते हुए अजित पवार ने शरद पवार से आशीर्वाद मांगा और अपना दर्द भी बयां किया. अजित पवार ने कहा कि आपने (शरद पवार) मुझे सबके सामने खलनायक के रूप में दिखाया. फिर भी मेरे मन में अभी भी उनके लिए सम्मान है…आप मुझे बताएं, IAS अधिकारी 60 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं… राजनीति में भी भाजपा नेता 75 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं.
अजित पवार ने कहा कि आप लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देख सकते हैं… इससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका मिलता है…आप (शरद पवार) हमें अपना आशीर्वाद दें… लेकिन आप 83 वर्ष के हैं, क्या आप रुकने वाले नहीं हैं?.. हमें अपना आशीर्वाद दें और हम प्रार्थना करेंगे कि आपकी उम्र लंबी हो.
अजित पवार का बयान सामने आने के बाद सुप्रिया सुले ने भी उन पर पर निशाना साधा. अपने पिता का बचाव करते हुए NCP की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि हमारा अपमान करें, लेकिन हमारे पिता (शरद पवार) का नहीं. यह लड़ाई भाजपा की सरकार के ख़िलाफ़ है. भाजपा देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है… मूल NCP शरद पवार के साथ है और मूल प्रतीक हम हैं.









