राजधानी दिल्ली में रविवार को भारत-मध्य एशिया संवाद तीसरा संस्करण आयोजित हुआ। इस दौरान सभी मध्य एशियाई देशों के प्रतिनिधि विदेश मंत्री शामिल हुए। राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित होने वाले इस संवाद सम्मलेन में उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिज़ गणराज्य और ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री मौजूद रहे।
इस संवाद सम्मलेन में भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने रविवार को अफगानिस्तान का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भारत अफगानिस्तान को सहायता प्रदान करने में मदद करने के लिए मध्य एशियाई देशों के साथ काम करना चाहता है। भारत यह सुनिश्चित करना चाहता है कि वहां बड़े पैमाने पर जनसामान्य के लिए काम करने वाली सर्वस्वीकार्य सरकार हो।
विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने नई दिल्ली में भारत-मध्य एशिया संवाद में ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिज गणराज्य और उजबेकिस्तान के अपने समकक्षों से कहा, “उस देश में हमारी चिंताएं और उद्देश्य समान हैं।” “हमें अफगानिस्तान के लोगों की मदद करने के तरीके खोजने चाहिए।”