भारत अगले साल के गणतंत्र दिवस पर पांच मध्य एशियाई देशों के प्रमुखों को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित कर सकता है। देश में कनेक्टिविटी, व्यापार और सुरक्षा के लिए रणनीतिक क्षेत्र को मजबूत करने की पृष्ठभूमि पर फोकस करने की लिहाज से यह निर्णय संभावित है।
सूत्रों के मुताबिक विदेश मामलों के विषेशज्ञों ने जानकारी दी कि पांच मध्य एशियाई देशों (कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान) के राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण भेजने का संभावित निर्णय भारत सरकार का एक संतुलित कदम हो सकता है। हालांकि, इस मामले को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है क्योंकि सभी मध्य एशियाई देशों से प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा की जा रही है।
बता दें कि गणतंत्र दिवस समारोह के लिए मुख्य अतिथि का चयन भारत के रणनीतिक, राजनयिक और आर्थिक हितों के साथ-साथ संबंधित देश के साथ भारत के संबंधों को ध्यान में रखते हुए किया जाता है। इस दिशा में सरकार के ध्यान के बाद हाल के वर्षों में मध्य एशियाई राज्यों के साथ भारत के संबंध मजबूत हुए हैं।