
NIELIT Training 2025. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के अधीन कार्यरत राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT) ने पिछले कुछ वर्षों में आईटी और डिजिटल स्किलिंग के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। बुधवार को लोकसभा में सरकार ने जानकारी दी कि संस्थान अब तक 43.6 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दे चुका है, जिनमें डिग्री, डिप्लोमा और स्किल आधारित कोर्स शामिल हैं।
केंद्रों का विस्तार
वर्तमान में देशभर में 56 NIELIT केंद्र संचालित हो रहे हैं, जो 797 स्वीकृत प्रशिक्षण भागीदारों (ATPs) और 9,275 फैसिलिटेशन सेंटरों के सहयोग से आईटी शिक्षा को अंतिम छोर तक पहुंचा रहे हैं। विशेष रूप से पिलीभीत (उत्तर प्रदेश), तिरुपति (आंध्र प्रदेश), बालासोर (ओडिशा) और चित्तरदुर्ग (कर्नाटक) जैसे पिछड़े जिलों में 2024–25 में नए केंद्र खोले गए हैं।
पिछले 5 वर्षों की फंडिंग
सरकार द्वारा NIELIT को पिछले पांच वर्षों में ₹484 करोड़ से अधिक का बजट आवंटित किया गया। यह फंडिंग संस्थान के आधारभूत ढांचे, कोर्स डिलीवरी, रिसर्च और डेवलपमेंट कार्यों में उपयोग की गई।
- ₹49.17 करोड़ (2020–21)
- ₹139.28 करोड़ (2021–22)
- ₹6.44 करोड़ (2022–23)
- ₹145.38 करोड़ (2023–24)
- ₹153.09 करोड़ (2024–25)
सांसदों के सवाल पर जवाब
सांसद मोहिबुल्लाह, बस्तिपट्टी नागराजु और बी के पार्थसारथी द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने यह विवरण संसद में प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में और भी नए NIELIT केंद्र खोले जाने की योजना पर विचार किया जा रहा है।
शोध और नवाचार
हालांकि अभी तक पूरे अनुसंधान परियोजनाओं की सूची सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन मंत्रालय ने यह स्वीकार किया कि उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में शोध व नवाचार (R&D) कार्य चल रहे हैं।
डिजिटल इंडिया अभियान को बूस्ट
NIELIT की यह विस्तृत पहल डिजिटल इंडिया और स्किल इंडिया मिशन को मजबूत करती है। ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में आईटी शिक्षा और कौशल विकास की पहुंच बढ़ाकर यह संस्थान भारत को डिजिटल सशक्त राष्ट्र की दिशा में अग्रसर कर रहा है।









