
नई दिल्ली: साल 2025 की पहली छमाही में भारतीय वित्तीय सेवा क्षेत्र ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सभी सेक्टोरल इंडेक्स को पीछे छोड़ दिया।
Nifty Financial Services Index अब तक लगभग 16% YTD की बढ़त के साथ टॉप पर रहा है, जो निवेशकों के मजबूत विश्वास और देश की बेहतर आर्थिक स्थिति को दर्शाता है।
इंडेक्स ने आज 27,249 का नया रिकॉर्ड हाई छुआ, जो इसके 52-हफ्ते के निचले स्तर 22,320.85 से 22% की जोरदार उछाल है। हालिया सत्र में भी इंडेक्स में 1.5% की बढ़त देखने को मिली।
बाजार में यह तेजी कमजोर होते अमेरिकी डॉलर, गिरते कच्चे तेल के दाम, और घटते भू-राजनीतिक जोखिमों के कारण आई है। इन कारकों ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI) को दोबारा भारत की ओर मोड़ा है।
स्थानीय निवेशकों और कमाई में सुधार की उम्मीद से मिला सहारा
घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) का लगातार समर्थन इस तेजी को और मजबूत कर रहा है। इसके साथ ही FY26 की जून तिमाही में कॉरपोरेट कमाई में सुधार की उम्मीद, खासकर बैंकिंग, बीमा और डाइवर्सिफाइड फाइनेंशियल कंपनियों में, बाजार को ऊंचाई पर ले जा रही है।
लगातार चार महीने की बढ़त
Nifty Financial Services Index ने जून में अब तक 2.7%, मई में 1.5%, अप्रैल में 4%, और मार्च में 9% की बढ़त दर्ज की है। हालांकि जनवरी-फरवरी में हल्की गिरावट (लगभग 1% प्रत्येक) देखने को मिली थी।
शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शेयर (Top Performers):
- SBI Cards: +47.5%
- MCX: +41%
- Bajaj Finance, Bajaj Finserv, Cholamandalam Inv. & SBI Life: +30% से अधिक
- Kotak Bank, Shriram Finance, HDFC Life, HDFC AMC, Muthoot Finance: +20–30%
कमजोर प्रदर्शन करने वाले शेयर (Laggards):
- REC: -20%
- PFC: -6.6%
- ICICI Prudential Life: -1%








