देश में कोरोनावायरस और कोरोना संक्रमण केनए वेरिएंट ओमी ग्रोन के मामलों में लगातार तेजी आ रही है वहीं देश में करना के हालात को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि भारत में बीते 1 हफ्ते में औसतन 8000 से ज्यादा मामले हर रोज आ रहे हैं देश में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 0.92 फ़ीसदी है 26 दिसंबर से देश में हर रोज 10,000 से ज्यादा मामले आ रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश के 7 राज्य के 22 जिलो में कोरोना के केस ज्यादा आ रहा है। देश के 8 जिलो में पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा है। महाराष्ट्र, वेस्ट बंगाल, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक, गुजरात मे कोरोना के मामले बढ़ रहे है। मुंबई, गुरुग्राम पुणे, ठाणे में कोरोना का मामला बढ़ रहा है। मिजोरम के 6 जिलों, अरुणाचल प्रदेश के एक जिले, पश्चिम बंगाल के कोलकाता सहित 8 जिलों में 10 फीसदी से अधिक की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट नोट की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार की टीम 10 राज्यों में भेजी गई है
नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल ने कहा देश मे अभी कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक है। सावधान रहें, मास्क लगाएं, टीका लगाएं।ओमिक्रोन वैरियंट काफी संक्रामक है, इसको हल्के में नहीं लेना चहिये। लोगो को नए संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं, सतर्क रहने की जरूरत है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने कहा, भारत में कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के 961 मामले हैं, जिसमें से 320 मरीज रिकवर हो गए हैं। ओमिक्रोन वैरियंट देश के 22 राज्य में फैल गया है। भारत मे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए काम करना है। ओमिक्रोन वैरियंट दुनिया मे तेजी से फैल रहा है। पिछले एक हफ्ते में दुनिया भर में 10 लाख केस की बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया 25 दिसम्बर से हर दिन स्वास्थ्य मंत्री नियमित रूप से कोरोना के हालात पर बैठक ले रहे हैं। भारत में 90 फीसदी वयस्क आबादी को वैक्सीन की पहली डोज़ लग गई है। 61 फीसदी लोगो को वैक्सीन की दोनों डोज़ लग गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा टीकाकरण के बाद 9 महीने तक इम्युनिटी रहता है । 15 साल से 18 साल तक के बच्चे पहले भी रजिस्ट्रेशन करा सकते है और ऑन साइट भी रजिस्ट्रेशन करा सकते है। उन्होंने कहा कि 10 जनवरी से शुरू होने वाली प्रीकॉशनरी डोज लेने के लिए सरकार योग्य बुजुर्ग आबादी को एसएमएस भेजकर इसकी याद दिलाएगी। प्रिकॉशनरी डोज़ संक्रमण से नही रोकता बल्कि अस्पताल में भर्ती होने और मौत से बचाता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा वैक्सीनेशन से पहले और बाद में मास्क का इस्तेमाल जरूरी है और सामूहिक समारोहों से बचना चाहिए। कोरोनावायरस के पहले और वर्तमान में फैल रहे वेरिएंट के लिए उपचार दिशानिर्देश समान हैं। होम आइसोलेशन एक महत्वपूर्ण स्तंभ बना हुआ है। अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है।