
डेस्क: बच्चों को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का एक नया प्रयास किया जा रहा है हालाँकि अभी किताबों को प्रकाशित नही किया गया है। लेकिन इसके पहले ही शिक्षकों में इस नए प्रयोग को ले कर उत्साह है और उनका कहना है जैसे ही इनका प्रकाशन होता है हम अपने स्कूल में बच्चों को इसी किताब द्वारा वर्णमाला को पढ़ाएँगे।
हम सबने अपने स्कूल के समय में ए फॉर एप्पल और बी फॉर बॉल पढ़ा था, लेकिन अब यह जल्द ही बदलने वाला है। लखनऊ में एक ऐसा स्कूल है जिसमें इंग्लिश के शब्दों के अर्थ में बड़ा बदलाव की तैयारी की जा रही है। अब इस स्कूल में ‘ए’ फॉर एप्पल नहीं बल्कि ‘ए’ फॉर अर्जुन और ‘बी’ फॉर बलराम पढ़ाया जाएगा। अमीनाबाद इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल साहेब लाल मिश्र ने बताया की बच्चों को अंग्रेजी की वर्णमालाओं से ऐतिहासिक और पौराणिक ज्ञान प्रदान किया जाएगा।
स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि बच्चों को भारतीय संस्कृति के बारे में कम ज्ञान होता है, इसलिए उनका ज्ञान बढ़ाने के लिए कोशिश की जा रही है। हम ऐसा हिंदी की वर्णमालाओं में भी करने का प्रयास कर रहे हैं। हिंदी वर्णमाला में अक्षर ज्यादा होते हैं इसलिए थोड़ा कठिन हो रहा है, लेकिन इसमें प्रयास जारी है। अमीनाबाद इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना की किताबों का मकसद बच्चों को भारत के इतिहास और पुराण से जुड़ी जानकारी देना है।









