
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता को एक भावनात्मक और गर्व से भरा संदेश दिया। उन्होंने समाजवादी पार्टी के नव-निर्मित भव्य जिला कार्यालय के उद्घाटन पर कहा कि आजमगढ़ जो समाजवादियों का घर है और समाजवादी पार्टी का गढ़ है, लेकिन यहाँ हमारा कोई स्थायी स्थान नहीं था। आज हमें यह कहते हुए खुशी हो रही है कि अब हमारा भी परमानेंट ठिकाना है।
सपा कार्यालय के उद्घाटन पर जोरदार भाषण
अपने भाषण में अखिलेश यादव ने बीजेपी और अन्य दलों की ओर इशारा करते हुए कहा बहुत पार्टी कार्यालय देखे हैं, भारतीय जनता पार्टी का भी कई फ्लोर का कार्यालय देखा है, लेकिन जितना शानदार समाजवादी पार्टी का यह कार्यालय है, उसके मुकाबले उनका कोई भी कार्यालय नहीं है। इस वक्तव्य पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार तालियों और नारों के साथ प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह नया कार्यालय न केवल एक भवन है, बल्कि समाजवादी विचारधारा, संघर्ष और प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
राजनीतिक संदेश और आत्मविश्वास का प्रदर्शन
अखिलेश यादव ने इस मौके को सिर्फ उद्घाटन तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे एक बड़ा राजनीतिक संदेश देने का अवसर भी बनाया। उन्होंने यह साफ कर दिया कि समाजवादी पार्टी अब पहले से कहीं अधिक संगठित और मजबूत है। यह नया भवन हमारी संगठनात्मक ताकत और जनता के विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने यह भी इशारा किया कि सपा का मुख्य मुकाबला बीजेपी से है, लेकिन बुनियादी मुद्दों से भटकने वाली राजनीति को जनता अब और बर्दाश्त नहीं करेगी। आजमगढ़ की राजनीतिक अहमियत गौरतलब है कि आजमगढ़ समाजवादी पार्टी का परंपरागत गढ़ रहा है। खुद अखिलेश यादव यहां से सांसद भी रह चुके हैं। नए कार्यालय का निर्माण और उद्घाटन इस क्षेत्र में पार्टी की जड़ों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता, समर्थक, और स्थानीय नेता मौजूद थे। उन्होंने अपने नेता का स्वागत फूल-मालाओं और नारों के साथ किया। कार्यालय के उद्घाटन को लेकर कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखा गया।









