
उत्तर प्रदेश के एटा में एक टाइगर आया है. कोतवाली देहात के नगला संभल गांव में आज सुबह यह टाइगर आबादी के बीचों-बीच एक घर की छत पर आराम फरमाते हुए दिखा. जिसके बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया. टाइगर को देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं. वन विभाग के अधिकारी अभी तक गांव में नहीं पहुंचे हैं.
एटा के नगला संभल के ग्रामीण तुरशनपाल की पत्नी आज सुबह करीब 4 बजे जानवरों को चारा डालने के लिए घर से निकलकर अपने घेर में गई थी. अचानक उनकी नजर घर की छत पर पड़ी तो उन्हें वहां टाइगर बैठा हुआ दिखा. टाइगर को देखते ही उनकी चीख निकल गई और वह तेजी से घर की ओर दौड़ी. घर में सो रहे लोगों की नींद खुल गई और जब उन्होंने महिला से चीखने का कारण पूछा तो महिला ने छत की ओर इशारा कर दिया. वह इतनी भयभीत थी कि उस समय बोल नही पायी.

टाइगर के होने की खबर मिलते ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया. गांव के लोग तुरशनपाल के घर के आस-पास पहुंच गए और बहुत से आसपास की छतों पर चढ़कर टाइगर को देखने लगे. ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी तो मौके पर इलाके के सीओ पुलिस बल के साथ पहुंच गए हैं. वन विभाग को सुबह ही सूचना दी जा चुकी है लेकिन खबर लिखे जाने तक वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची थी.

ग्रामीणों ने बताया कि 1 मार्च से गांव में टाइगर के होने की आहट महसूस की जा रही थी. खेतों में टाइगर के पैरों के निशान देखकर ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी लेकिन अधिकारियों ने यह कहकर मामला टाल दिया कि कोई बड़ा जानवर है. टाइगर को ढूंढने के लिए सर्च आपरेशन नही चलाया गया. 2 दिन पहले कुछ ग्रामीणों ने भी टाइगर को देखा था लेकिन उनकी बात पर भी वन विभाग के अफसरों ने यकीन नहीं किया.

नगला संभल गांव में टाइगर को देखने के लिए मेले जैसा दृश्य पैदा हो गया है. आसपास के सैकड़ों गांव के लोग धीरे-धीरे करके नगला संभल पहुंच रहे हैं. टाइगर के होने की खबर कई जिलों तक पहुंच चुकी है लेकिन एटा का वन विभाग सोया हुआ है. टाइगर को पकड़ने के लिए एटा के वन विभाग के पास फिलहाल कोई रणनीति नहीं है.
कहां से आया यह टाइगर?
आमतौर पर रिजर्व एरिया में ही टाइगर देखने को मिल पाता है लेकिन एटा में टाइगर का होना बेहद गंभीर खतरा है. यहां से जिम कॉर्बेट और चूका टाइगर रिजर्व लंबी दूरी पर है. आशंका जताई जा रही है कि गंगा नदी के किनारे होते हुए टाइगर यहां तक पहुंचा है. जाहिर है कि जंगलों में इंसानी दखल बुरी तरह बढ़ रहा है और जंगली जानवर खुद को वहां असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. भयभीत जंगली जानवर जंगल में इंसान से बचने के लिए शहर की ओर आ रहे हैं तो यहां शहरों में इंसान खौफ के दायरे में हैं.

24 घंटे पहले मुजफ्फरनगर में देखा गया तेंदुआ
मुजफ्फरनगर में भी बीती रात एक तेंदुऐ का वीडियो सामने आया है. एक नहर के किनारे तेंदुआ टहलता हुआ दिख रहा है. रास्ते से गुजर रहे एक कार चालक ने इस तेंदुए को अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया. तेंदुआ नहर से निकलकर सड़क पर आता है. कुछ दूर आगे की ओर चलता है और फिर कार की लाइट देखकर शर्माते हुए फिर से नहर की ओर चला जाता है. तेंदुआ के नहर मार्ग पर होने की खबर के बाद इलाके के गांवों में दहशत का माहौल है.

मेरठ में 2 दिन पहले घर में घुस आया था तेंदुआ
मेरठ के पल्लवपुरम इलाके के एक घर में शुक्रवार की सुबह एक तेंदुए ने दस्तक दी थी. शिक्षिका गीतिका शर्मा के घर का गेट पार करके तेंदुआ उनकी लॉबी में पहुंच गया और कई घंटे वहां रहा. वन विभाग ने जब तेंदुए को निकालने की कोशिश की तो वह जाल में फंसने के बाद भी उनके हाथ नहीं आया और पूरी कॉलोनी में एक से दूसरे स्थान पर जाकर छुपता रहा. करीब 8 घंटे के बाद तेंदुए को वन विभाग की टीम अपने शिकंजे में ले पाई. इस तेंदुए को शिवालिक पहाड़ियों में छोड़ा गया है.
एटा से संजीव गुप्ता, मुजफ्फरनगर से सचिन त्यागी की रिपोर्ट









