नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का खौफ दुनियाभर में देखने को मिल रहा है। दुनिया के कई देशों ओमिक्रोन से निपटने के लिए कई तरह के प्रतिबंध और सख्ती भी बढ़ा दी है। इसी तरह भारत में भी हालातों से निपटने के लिए सरकार ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। लेकिन दूसरे देशों से आए लोगों ने देश की चिंताए बढ़ा दी है। बताया जा रहा है, ओमिक्रोन के संदिग्ध संक्रमित देश के कई राज्यों में है। भारत में करीब 40 ओमिक्रॉन संदिग्ध अब भी लापता है। जिसमें से मेरठ में विदेश से आए 13 लोगों न गलत जानकारी दी है।
कोरोना के सबसे घातक वैरिएंट ओमिक्रोन के संक्रमित अभी भले ही कर्नाटक में मिले हों लेकिन इसके संदिग्ध देश के कई राज्यों में हैं। भारत में 40 ओमिक्रॉन संदिग्ध अब भी लापता है, जिसमें कर्नाटक में 10 ओमिक्रॉन संदिग्ध लोग लापता हैं, वहीं आंध्र प्रदेश में भी 30 ओमिक्रॉन संदिग्ध लापता है। यूपी के मेरठ में विदेश से आए 13 लोगों ने गलत जानकारी दी है। स्थानीय प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी ये संदिग्ध हेल्थ एजेसिंयो के संपर्क में नहीं आ पा रहे हैं।
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर सरकार भी बेहद गंभीर है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सदन में देश को भरोसा दिलाया कि ओमिक्रोन से निपटने के लिए सरकार की तैयारी पूरी है। सरकार के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द वो लोग है, जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री या फिर कॉन्टैक्ट ओमिक्रोन संक्रमित होने का इशारा कर रही है, लेकिन वो लापता है। स्थानीय प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी ये संदिग्ध हेल्थ एजेसिंयो के संपर्क में नहीं आ पा रहे हैं।