मऊ जनपद के हलधरपुर में सुभासपा और सपा गठबंधन के बाद दोनों दलों के मुखिया पहली बार एक साथ मंच साझा करेंगे। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 19 में स्थापना दिवस के अवसर पर यह जनसभा 27 अक्टूबर को होगी। इसमें सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भागीदारी संकल्प मोर्चा के बैनर तले भाजपा के विरुद्ध बिगुल फूंकेगें। इस कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई अन्य क्षेत्रीय पार्टियां एक साथ मंच साझा करेंगी। वही सबकी निगाहें एआईएमआईएम (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर टिकी हैं कि क्या वह भी इस मंच पर उपस्थित रहेंगे? इस बात को लेकर अभी तक ओमप्रकाश राजभर ने कोई भी बयानबाजी नहीं की है। ऐसे में यह प्रश्न चर्चा का विषय बना हुआ है।
सुभासपा के स्थापना दिवस पर ओमप्रकाश राजभर हलधरपुर में विशाल जनसभा कर रहे हैं जिसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रहेंगे लेकिन पूरे कार्यक्रम को लेकर के जिस तरह की चर्चाएं चल रही हैं उसमें चारों तरफ तो सुभासपा का ही रंग नजर आएगा। समाजवादी पार्टी के झंडे नहीं दिखेंगे न तो कार्यकर्ता लाल टोपी में नजर आएंगे। समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश सचिव आलोक सिंह ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर अखिलेश यादव का जो गठबंधन हुआ है वह दो दिलों का गठबंधन है ना कि पार्टियों का। ऐसे में सुभासपा के कार्यक्रम में हम लोग उपस्थित रहेंगे। ऊपर से आदेश है कि टोपी और लाल गमछा लगा कर कोई नहीं जाएगा। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे तो पूरी पार्टी रहेगी। टोपी और झंडा भले न रहे इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा का सफाया सुनिश्चित है।
भागीदारी संकल्प मोर्चा के इस कार्यक्रम की तैयारी को लेकर के ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि इस जनसभा में भीड़ तो लाखों की होगी लेकिन 35000 लोगों को बैठने के लिए कुर्सियां लगाई जाएंगी। इसके साथ ही 2 हेलीकाप्टर भी आएंगे। उसके लिए हेलीपैड तैयार कर लिया गया है। इस जनसभा में इतनी भीड़ होगी कि भारतीय जनता पार्टी देखकर के आश्चर्यचकित रहेगी। इस जनसभा की तैयारी में खुद ओमप्रकाश राजभर जुटे हुए हैं ताकि यह स्थापना दिवस का मौका भारतीय जनता पार्टी के सामने एकजुट विपक्ष का मंच तैयार होकर प्रस्तुत हो।