
पीलीभीत नगर पालिका की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं से जुड़ी सैकड़ों किताबें कूड़े की तरह जलाकर राख का ढेर बना दी गईं। इन किताबों में मिशन शक्ति, महिला सुरक्षा और कई अन्य योजनाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दर्ज थीं। इन किताबों को जलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे नगर पालिका प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
नगर पालिका की लापरवाही उजागर
नगर पालिका कर्मचारियों ने सरकार की विभिन्न योजनाओं से संबंधित सैकड़ों किताबों को बिना किसी जांच-पड़ताल के कूड़े के ढेर में डाल दिया और उन्हें आग के हवाले कर दिया। इन किताबों में सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का उल्लेख था, जिनका उद्देश्य जनकल्याण और जागरूकता फैलाना था। खास बात यह है कि इन किताबों में मिशन शक्ति योजना से जुड़ी कई अहम किताबें भी शामिल थीं, जिनका उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की जानकारी देना था। इसके अलावा सरकार की अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं से संबंधित दस्तावेज भी इस आग में जलकर खाक हो गए।
किताबें जलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल,
नगर पालिका परिसर में इस घटना का वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। देखते ही देखते यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद नगर पालिका प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे।
जिम्मेदारों के इशारे पर जाली किताबें लेकिन कर्मचारी पर कार्रवाई,
सूत्रों की माने तो नगर पालिका के जिम्मेदारों के इशारे पर महत्वपूर्ण किताबों को जला दिया गया है । वीडियो सामने आने के बाद स्थाननीय लोगों में नाराजगी भी है। उनका कहना है कि सरकार की योजनाओं से जुड़ी किताबों को जलाना न केवल जनता के प्रति लापरवाही है, बल्कि यह सरकारी योजनाओं के अपमान जैसा है। हालांकि इस मामले में जिन जिम्मेदारो ने किताबें जलवाई उन्होंने अपना दामन बचाने के लिए कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की है
पालिका अध्यक्ष से लेकर ईओ की चुप्पी सवालों के घेरे में
घटना के बाद अब तक नगर पालिका प्रशासन या किसी अधिकारी की ओर से कोई ठोस बयान सामने नहीं आया है। ऐसे में यह मामला प्रशासन की लापरवाही का बड़ा उदाहरण बनकर सामने आया है।
पीलीभीत नगर पालिका परिसर में जली किताबें,
यह पूरा मामला पीलीभीत नगर पालिका परिसर का बताया जा रहा है, जहां नगर पालिका कर्मचारियों ने किताबों को बिना किसी जिम्मेदारी के जलाकर सरकारी योजनाओं का अपमान कर दिया। इस घटना को लेकर जिलेभर में चर्चा का माहौल है.









