
जापान को पछाड़कर भारत बना चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
2024 के चुनावों के बाद आलोचकों ने मोदी सरकार के गिरने की भविष्यवाणी की थी, लेकिन एक साल में भारत ने न केवल स्थिरता हासिल की, बल्कि जापान को पछाड़ GDP के मामले में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। 7.4% की तेज़ ग्रोथ और ठोस नीतिगत सुधार इसके मुख्य कारण हैं।
ऊर्जा नीति में बड़ा बदलाव: 2047 तक मांग होगी ढाई गुना, नई खोज रणनीति पर फोकस
भारत अब तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है। 2025 तक खोज क्षेत्र को दोगुना करने और 42 बिलियन टन तेल-गैस के भंडार की संभावना को लेकर ठोस कदम उठाए गए हैं।
‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से लेकर यूनिफाइड पेंशन तक, नीति सुधारों की बाढ़
RBI ने माइक्रोफाइनेंस पर नियम सरल किए, एंजल टैक्स हटाया गया, और बायोमैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए BioE3 नीति लाई गई। ELI स्कीम से अगले दो साल में 2 करोड़ नौकरियों का लक्ष्य है।
इलेक्ट्रिक वाहन नीति और सोलर प्रोग्राम से ग्रीन इकोनॉमी को बूस्ट
घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने के लिए EV नीति में टैक्स में छूट दी गई है। साथ ही PM इंटर्नशिप योजना और रूफटॉप सोलर प्रोग्राम ने युवाओं और ऊर्जा क्षेत्र को नई दिशा दी है।
वैश्विक मंच पर भारत की स्पष्ट रणनीति: अमेरिका को WTO में दी चुनौती
भारत ने WTO में अमेरिका के खिलाफ औषधि और ऑटोमोबाइल निर्यात पर भेदभावपूर्ण टैक्स का मामला दर्ज कर दिखाया कि अब भारत रक्षात्मक नहीं, निर्णायक मुद्रा में है।
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान के आतंकी ढांचे पर 88 घंटे का जबरदस्त हमला
मोदी सरकार ने आतंकवाद को लेकर स्पष्ट रुख अपनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत 4 दिन तक पाकिस्तान की सैन्य और आतंकी संरचनाओं को निशाना बनाया।
नक्सलवाद पर निर्णायक वार: 182 से घटकर रह गए 18 जिले
2026 तक नक्सल आतंक को समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। टॉप माओवादी नेता नंबाला केशव राव की हालिया ढेर से अभियान को गति मिली है।
राजनीतिक स्थिरता: गठबंधन में भी मोदी का नियंत्रण कायम
चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार जैसे सहयोगियों की मांगों को बैलेंस करते हुए मोदी सरकार ने राजनीतिक संतुलन बनाए रखा। जाति जनगणना या विशेष पैकेज जैसी मांगों पर स्पष्ट रुख अपनाया गया।
दुनिया में बढ़ता प्रभाव: ब्रिक्स, G20, और Global South में भारत की अहम भूमिका
ब्राज़ील में होने वाले BRICS सम्मेलन में मोदी आतंक विरोधी वैश्विक एजेंडा और ग्लोबल साउथ की आवाज़ बनकर शामिल होंगे। भारत का G20 नेतृत्व और 2029 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान इसकी पुष्टि करता है।
मोदी की लोकप्रियता 78% के उच्चतम स्तर पर
2024 फरवरी तक वैश्विक नेताओं में प्रधानमंत्री मोदी की अप्रूवल रेटिंग सबसे ऊंची रही। यह भारत की कूटनीतिक, आर्थिक और रणनीतिक साख का प्रमाण है।









