बच्चों के वैक्सीनेशन का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू, दिल्ली में बना बच्चों का अनोखा वैक्सीनेशन सेंटर..

कोरोना के बढ़ते मामले के बीच भारत में बच्चों के कोरोना वैक्सीनेशन तैयारी शुरू हो चुकी है आज से 15 साल से 18 साल के बच्चों को भी कोरोना के टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर पंजीकरण शुरू हो चुका है। बता दें कि 25 दिसंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए टीकाकरण शुरू करने की घोषणा की थी। पीएम मोदी कहा था कि 3 जनवरी को सोमवार के दिन से इसकी शुरुआत की जाएगी।

दिल्ली के तिलक नगर इलाके में बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए एक अनोखा वैक्सिनेशन सेंटर तैयार किया गया है। बच्चों के वैक्सीनेशन सेंटर को उन्हीं के हिसाब से तैयार किया गया है। तिलक नगर एरिया में स्टार इमरजिंग एंड पैथ लैब में बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए स्पेशल सेंटर बनाया गया है। वैक्सिनेशन सेंटर में बच्चों के मन से वैक्सीन का डर दूर करने के लिए कई इंतजाम किए गए हैं।

बच्चो के लिए बनाए गए वैक्सीन सेंटर्स में मोटू-पतलू, सुपरमैन जैसे कॉमिक हीरोज के फोटो लगाया गया है। इसके साथ ही बच्चों के एंज्वॉय के लिए सेंटर में छोटो-मोटे खिलौने और झूलों का भी इंतजाम भी किया गया है। जिससे वहां आने वाले बच्चे खुद को सहज महसूस कर सकें।

3 जनवरी से 15 साल से लेकर 18 साल तक के बच्चों को वैक्सीन लगाई नहीं शुरू होगी अभी फिलहाल भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन को वैक्सीन ही बच्चों को लगाई जाएगी.

परिजनों को अपने बच्चों को वैक्सीन जरूर लगवाना चाहिए वैक्सीन लगवाने में किसी भी तरह की हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए बच्चों को वैक्सीन लगाना बेहद जरूरी हैजब कोई नया वायरस आता है तो ऐसे लोगों के पर हमला करता है जो पहले से बीमार होते हैं या उनके अंदर पहले से ही कोई बीमारी हो

देश में 40 करोड़ बच्चे हैं उनको वैक्सीन लगाना बेहद जरूरी है, बच्चे कोरोना संक्रमण को फैलाने का स्रोत बन सकते हैं क्योंकि बच्चों से एक घर में ही बुजुर्गों और दूसरे लोगों को कोरोना हो सकता है.

बच्चों को भी वैक्सीनेशन ड्राइव को लेकर काफी ज्यादा उत्सुकता है बच्चों का कहना है कि उनको कोरोना वैक्सीन से डर नहीं लगता है जैसे ही वैक्सीन लगना शुरू होगी वह वैक्सीन जरुर लगाएंगे वैक्सीन ना लगने की वजह से उनको स्कूल जाने का और पढ़ाई का नुकसान हुआ है बाहर भी घूमने नहीं जा पाते थे जब ऐसी लग जाएगी तो बाहर घूमने में और स्कूल जाने में उनको किसी तरह का कोई डर नहीं होगा.

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