
दिल्ली : महिला आरक्षण पर संसद में बहस चल रही है. बहस में हिस्सा लेते हुए राहुल गाँधी ने कहा कि वह आरक्षण विधेयक के समर्थन में हैं लेकिन ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण के बिना यह अधूरा है. भारत की महिलाओं को सत्ता हस्तांतरित करने की दिशा में सबसे बड़ा कदम था पंचायती राज, जहां उन्हें आरक्षण दिया गया और बड़े पैमाने पर राजनीतिक व्यवस्था में प्रवेश करने की अनुमति दी गई हर कोई इस बात का समर्थन करेगा कि यह हमारे देश की महिलाओं के लिए बहुत बड़ा कदम है.
दिल्ली
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) September 20, 2023
➡लोकसभा में महिला आरक्षण पर बोल रहे राहुल गांधी
➡महिला आरक्षण बिल का मैं समर्थन करता हूं-राहुल
➡नई संसद में बोलने पर खुशी हो रही है- राहुल
➡OBC आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए- राहुल
➡OBC आरक्षण के बिना ये बिल अधूरा- राहुल
➡महिला आरक्षण बिल में OBC आरक्षण… pic.twitter.com/cnrIhP9huG
महिलाओं ने आज़ादी के आंदोलन में भी भाग लिया, लेकिन मेरे हिसाब से यह बिल अधुरा है क्योंकि इसमें OBC आरक्षण की बात नहीं है. राहुल गाँधी ने कहा की मैंने ये सवाल पूछा कि ये जो 90 सेक्रेट्री हैं इनमें से ओबीसी कितने हैं? हिंदुस्तान में 90 में से सिर्फ 3 ओबीसी सेक्रेट्री हैं. इसे जल्दी से जल्दी बदलिए. यह OBC समाज का अपमान है.
राहुल गाँधी ने कहा की इसमें दो बात नहीं है, पहली बात तो यह कि आपको इस बिल के लिए एक नई जनगणना और नया परिसीमन करना होगा मेरी नजर में इस बिल को अभी से महिलाओं को लोकसभा और राज्यसभा में 33% आरक्षण देकर लागू कर देना चाहिये.









