नए संसद भवन को लेकर जारी राजनैतिक गहमागहमी के बीच सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा की जब राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा था तब विपक्ष के लोग एकजुट होकर द्रौपदी मुर्मू जी का विरोध कर रहे थे और को वोट नहीं दिये. मैंने उनको वोट दिया था तो यही लोग मेरे ऊपर आरोप लगाते थे.
आज कौन सी आफत आ गयी कि विपक्ष को दलित प्रेम दिखायी दे रहा है. जब दलित को बनाने की बात थी तब तो प्रत्याशी खड़ा कर सामान्य वर्ग दिखाई दे रहा था आज दलित प्रेम उछड़ा है. विपक्ष एकजुट होकर सत्ता क्यों नहीं ले लेता है. पहले खुद एकजुट हों तब आगे लड़ाई लड़ें.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा नए संसद का उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित है.