
लखनऊ : भ्रष्ट अफसरों के विभागीय सिंडिकेट का खुलासा करने वाले आईएएस अधिकारी ओपी वर्मा को हटा दिया गया है. ओपी वर्मा ने स्टेट जीएसटी में 2700 करोड़ की टैक्स चोरी विभागीय सिंडिकेट का खुलासा किया था. वर्मा ने शासन को सबूत सहित पत्र भेजकर टैक्स चोरी में शामिल स्टेट जीएसटी के बड़े अफसरों को बेनकाब किया था.
स्टेट जीएसटी में 2700 करोड़ की टैक्स चोरी के विभागीय सिंडिकेट का खुलासा करने वाले आईएएस अधिकारी ओपी वर्मा को हटा दिया गया है। वर्मा ने शासन को सबूत सहित पत्र भेजकर टैक्स चोरी में शामिल स्टेट जीएसटी के बड़े अफसरों को बेनकाब किया था। आईएएस और स्टेट जीएसटी में एडिशनल कमिश्नर वर्मा… pic.twitter.com/CTpN4gt3IT
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) September 30, 2023
आईएएस और स्टेट जीएसटी में एडिशनल कमिश्नर वर्मा के पत्र पर जांच बिठाने के बजाय आज देर शाम उनके ऊपर ही गाज गिरा दी गई। वर्मा को वेटिंग में भेज दिया है। इसके पहले भी स्टेट जीएसटी में भ्रष्टाचार और तबादलों में वसूली करने का मामला सामने आया था तब काफी फजीहत के बाद एक बदनाम ज्वाइंट कमिश्नर को सभी पदों से हटाया गया था लेकिन वही सिंडिकेट अब भी सक्रिय है.
मीडिया में स्टेट जीएसटी में व्याप्त घपले और टैक्स चोरी की काफी शिकायतें शासन को मिली लेकिन भ्रष्ट अफसरों पर कोई एक्शन नहीं हुआ। पिछले दो दिनों ने वाराणसी में तैनात एक ज्वाइंट कमिश्नर का व्यापारी से 20 लाख घूस मांगने का ऑडियो वायरल है, उसके विरुद्ध भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। आज वर्मा के तबादले के बाद इस मामले ने दोबारा से तूल पकड़ लिया है.









