
गुरुवार रात OpenAI ने अपनी नवीनतम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी GPT-5 (ChatGPT 5) लॉन्च किया, जो कोडिंग और एजेंटिक कार्यों के लिए अब तक का सबसे उन्नत मॉडल है। OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने प्रेस ब्रीफिंग में भारत के AI क्षेत्र में तेजी से बढ़ते रुझान का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत अमेरिका के बाद उनका दूसरा सबसे बड़ा बाजार है और आने वाले समय में यह सबसे बड़ा बाजार बन सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में AI का उपयोग वाकई काबिले-तारीफ है और OpenAI भारत में लोकल पार्टनर्स के साथ मिलकर AI को सरल और किफायती बनाने पर काम कर रहा है। सैम ऑल्टमैन सितंबर में भारत आने को लेकर भी उत्साहित हैं।
ChatGPT प्रमुख निक टर्ली का बयान: 12 से अधिक भारतीय भाषाओं में बेहतर समझ
ChatGPT के प्रमुख निक टर्ली ने बताया कि GPT-5 ने 12 से ज्यादा भारतीय भाषाओं में मल्टीलिंगुअल समझ को बेहतर बनाया है, जिसमें क्षेत्रीय भाषाएँ भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत OpenAI के लिए प्राथमिकता वाला बाजार है और यह विकास बेहद रोमांचक है।
GPT-5 के तीन संस्करणों में हुआ लॉन्च
GPT-5 को API में तीन संस्करणों—gpt-5, gpt-5-mini और gpt-5-nano—में पेश किया गया है, जो डेवलपर्स को प्रदर्शन, लागत और विलंबता के बीच संतुलन बनाने में मदद करेंगे। OpenAI के ब्लॉग के मुताबिक, ChatGPT में GPT-5 एक ऐसा सिस्टम है जिसमें रीजनिंग, नॉन-रीजनिंग और राउटर मॉडल शामिल हैं, जबकि API में GPT-5 वह रीजनिंग मॉडल है जो मैक्सिमम प्रदर्शन देता है। मिनिमल रीजनिंग वाला GPT-5 डेवलपर्स के लिए विशेष रूप से बेहतर ट्यून किया गया है। ChatGPT में इस्तेमाल होने वाला नॉन-रीजनिंग मॉडल gpt-5-chat-latest के नाम से उपलब्ध है।









