
Operation Sindoor: भारत सरकार और सेना ने मंगलवार को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कई बड़े खुलासे किए। इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी और सेना की ओर से कर्नल सोफिया भी मौजूद रहीं। विदेश मंत्रालय (MEA) और सेना, दोनों ने स्पष्ट किया कि भारत ने आतंकवादियों को सटीक जवाब दिया है और ये कार्रवाई पूरी तरह आत्मरक्षा में की गई है।
कश्मीर की शांति पर हमला था पहलगाम की घटना
विदेश मंत्रालय ने कहा कि, पहलगाम हमला बर्बरतापूर्ण था और इसका मकसद कश्मीर की शांति को खत्म करना था। यह हमला भारत की एकता और अखंडता पर था। हमले के पीछे मकसद था कश्मीर के विकास को रोकना और दंगे भड़काना। MEA ने साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तान आतंकियों की शरणस्थली बन चुका है। TRF (The Resistance Front) की भूमिका उजागर हुई है और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों का नाम सामने आया है। पाकिस्तान ने बार-बार चेतावनी के बावजूद आतंक के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया।
9 आतंकी कैंपों पर 25 मिनट में कार्रवाई
भारतीय सेना की वीर अफसर कर्नल सोफिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ऑपरेशन सिंदूर भारत की जवाबी कार्रवाई है, जो पहलगाम हमले का बदला है। रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच महज 25 मिनट में ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। बरनाला कैंप, सवाई नाला कैंप (मुजफ्फराबाद) जैसे ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया। सभी अटैक आतंकी ठिकानों पर केंद्रित थे, सैन्य ठिकानों या नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
अब जवाब सटीक और निर्णायक होगा
MEA ने यह भी साफ कर दिया कि, “भारत ने जिम्मेदारी और संयम के साथ ये कार्रवाई की है। ये पूरी तरह आतंकियों के खिलाफ थी और यह भारत के आत्मरक्षा के अधिकार के तहत की गई। आतंकवाद अब भारत के लिए केवल निंदा का विषय नहीं है, ये जवाबी कार्रवाई का समय है।”
भारत ने साफ कर दिया है कि अब आतंकी हमलों का जवाब सिर्फ कड़ी कार्रवाई से मिलेगा। ऑपरेशन सिंदूर ना केवल पहलगाम हमले का जवाब है, बल्कि यह एक संदेश है – भारत अब चुप नहीं बैठेगा।









