
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद देशभर में रोष है। इस हमले में अब तक 26 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 13 घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में 2 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। सूत्रों के मुताबिक, NIA की टीम आज बैसरन घाटी पहुंचेगी, जहां हमला हुआ था। टीम घटनास्थल का निरीक्षण कर अहम सुराग इकट्ठा करेगी।
दिल्ली में सुरक्षा बैठक, पीएम मोदी एक्शन मोड में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश दौरे से लौटते ही आपात बैठक बुलाई। बैठक में विदेश मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और अन्य उच्च स्तरीय अधिकारी शामिल हुए। पीएम ने सुरक्षा एजेंसियों को सख्त कदम उठाने और दोषियों को जल्द पकड़ने के निर्देश दिए।
दुनियाभर से भारत को मिला समर्थन
इस हमले की निंदा केवल भारत में ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी हुई है।
- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा –“आतंक के खिलाफ हम भारत के साथ हैं। मुश्किल समय में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है।”
- रूस, ईरान और इटली के राष्ट्राध्यक्षों ने भी हमले की कड़ी निंदा की और भारत के साथ एकजुटता जताई।
जांच के केंद्र में क्या हो सकता है?
NIA की प्रारंभिक जांच में संभावना जताई जा रही है कि हमला पूर्व नियोजित और सीमा पार से संचालित किया गया हो सकता है। फिलहाल इलाके में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है और आतंकियों की तलाश तेज़ है।









