
नई दिल्ली : पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीजफायर के बार-बार उल्लंघन के बाद दिल्ली में विदेश मंत्रालय (MEA) ने आज एक आपात प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। मंत्रालय ने पाकिस्तान पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने दोनों देशों के बीच हुए समझौते का “घोर उल्लंघन” किया है और भारत इसकी कड़ी निंदा करता है।
🚨 दिल्ली : MEA की प्रेस कॉन्फ्रेंस 🚨
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) May 10, 2025
🗣️ MEA का बयान
❌ "समझौते का घोर उल्लंघन हुआ" – MEA
🔴 "पाकिस्तान स्थिति को समझे" – MEA
🚫 "पाकिस्तान ने सहमति का उल्लंघन किया" – MEA
⚔️ "सीजफायर तोड़ने के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार" – MEA
🛑 "सेना को सख्त कदम उठाने के आदेश" – मिसरी#Delhi… pic.twitter.com/ESQGJsrxvQ
MEA प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “पाकिस्तान ने जिस तरह से सीजफायर का उल्लंघन किया है, वह न केवल पहले से बनी सहमति का उल्लंघन है, बल्कि क्षेत्रीय शांति के लिए सीधा खतरा भी है। भारत सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सशस्त्र बलों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।”
प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय सेना अतिक्रमण और गोलाबारी की घटनाओं का माकूल जवाब दे रही है। “हमारी सेनाएं मुस्तैदी से सीमा की सुरक्षा में लगी हैं और हर अतिक्रमण को करारा जवाब दिया जा रहा है। पाकिस्तान को चेतावनी दी जाती है कि वह हालात की संवेदनशीलता को समझे और उकसावे की कार्रवाई से बाज आए।”
MEA ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत शांति का पक्षधर है लेकिन उसकी संप्रभुता और सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।
मंत्रालय के अनुसार, अगर पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन जारी रहता है, तो भारत को मजबूरन और कड़े कदम उठाने पड़ सकते हैं।









