प्रदेश की योगी सरकार बेसिक शिक्षा के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की वर्दी, जूते-चप्पल, स्कूल बैग और स्वेटर खरीदने के लिए उनके अभिभावकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 1100 रुपये भेज रही है। दरअसल, अब तक प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के कपड़े टेंडर प्रक्रिया के जरिए खरीदकर टेंडर स्कूलों में उपलब्ध कराए जाते थे। सरकार ने टेंडर प्रक्रिया में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए यह फैसला है।
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए योगी सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। यह फैसला आज से ही राज्य के सरकारी स्कूलों में लागू हो चूका है। दरअसल, प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में नामांकित 1.80 करोड़ छात्रों के माता-पिता के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से 1100 रुपये हस्तांतरित किए गयें हैं। इन पैसों से छात्र-छात्राओं के अभिभावक अपने बच्चों के लिए स्कूल की पोशाक, स्वेटर, जूते, मोजे और बैग खरीद सकेंगे।
बेसिक शिक्षा परिषद (कक्षा 1-8 तक) के विद्यालयों में अध्ययनरत 01 करोड़ 80 लाख विद्यार्थियों को स्कूल ड्रेस, स्वेटर, बैग व जूता-मोजा क्रय हेतु प्रति विद्यार्थी ₹1100 की धनराशि उनके अभिभावक के बैंक खाते में डी.बी.टी. द्वारा अंतरण प्रक्रिया का शुभारंभ… https://t.co/BHAdeqZks5
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 6, 2021
मुख्यमंत्री ने बेसिक शिक्षा स्कूलों में पढ़ रहे सभी छात्रों के लिए इस पहल का शुभारंभ शनिवार को कर दिया। बता दें कि अब तक प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के कपड़े टेंडर प्रक्रिया के जरिए खरीदकर टेंडर स्कूलों में उपलब्ध कराए जाते थे। मुख्यमंत्री ने आज इस पहल की शुरुआत कर दी है। अब तक जिन बच्चों के अभिभावकों को यह धनराशि नहीं मिली है उन्हें आगे डीबीटी के माध्यम से बैंक खाते में यह पैसा मिल जाएगा।
फिलहाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना के अंतर्गत अभिभावकों के खातों में पैसे जमा करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इन पैसों का उपयोग केवल बच्चों की वर्दी, जूते-चप्पल, स्कूल बैग और स्वेटर खरीदने के लिए किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, राज्य प्रशासन ने बच्चों के कपड़े और अन्य उत्पादों की खरीदारी के लिए कीमतें भी तय की हैं। इसके अनुसार दो जोड़ी कपड़े 600 रुपये पर तथा एक स्वेटर 200 रुपये की लागत से खरीदा जाएगा जबकि जूता 125 रुपये और स्कूल बैग के लिए 175 रुपये दिए जाएंगे।