
वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि वह अडानी समूह को हिस्सेदारी बेचने के लिए कोई बातचीत नहीं कर रही है. अडानी समूह ने भी ऐसी खबरों को गलत और असत्य करार दिया है. वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के पास पेटीएम का स्वामित्व है.
उद्योगपति गौतम अडानी के पेटीएम में संभावित हिस्सेदारी खरीदने के लिए मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा के साथ बातचीत करने संबंधी खबरों पर वन97 कम्युनिकेशंस ने कहा, ‘‘ यह केवल अटकलें हैं. कंपनी इस संबंध में कोई बातचीत नहीं कर रही है.’’
दूसरी ओर, अडानी समूह के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ हम इस आधारहीन अटकलबाजी का स्पष्ट रूप से खंडन करते हैं. यह पूरी तरह से गलत और असत्य है.’’
मार्च के अंत तक विजय शेखर शर्मा के पास व्यक्तिगत हैसियत से पेटीएम की 9.1 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. विदेशी संस्था रेजिलिएंट एसेट मैनेजमेंट के जरिए उनके पास 10.3 प्रतिशत हिस्सेदारी थी.
नियमों के उल्लंघन के कारण अपनी बैंकिंग इकाई को बंद करने के बाद से पेटीएम ने अपना करीब आधा बाजार मूल्य खो दिया है. इसके बाद से अधिग्रहण के संबंध में लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं.
फरवरी में ऐसी खबरें आई थीं कि कंपनी अरबपति मुकेश अंबानी की जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के साथ बातचीत कर रही है, लेकिन दोनों ही कंपनियों ने इससे इनकार किया था.
पेटीएम ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘ उपर्युक्त विषय के संदर्भ में हम स्पष्ट करते हैं कि उपर्युक्त खबर अटकलबाजी है और कंपनी इस संबंध में किसी भी चर्चा में शामिल नहीं है.’’
एक समाचार पत्र ने अपनी खबर में दावा किया था कि अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी वन97 कम्युनिकेशंस में हिस्सेदारी खरीदना चाहते हैं और शर्मा ने अहमदाबाद स्थित उनके कार्यालय में उनसे मुलाकात की.
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने व्यापारियों सहित ग्राहकों के हित को ध्यान में रखते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और फास्टैग में जमा, क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप स्वीकार करने से 15 मार्च से रोक दिया था.
फिनटेक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी ने जनवरी-मार्च तिमाही में पीपीबीएल में 39 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 227 करोड़ रुपये के निवेश को बट्टे खाते में डाला है.
पेटीएम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा की पीपीबीएल में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है.









