Prayagraj : गाजीपुर से समादवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने बीते कुछ दिन पहले महाकुंभ में गांजे को लेकर विवादित बयान दिया था. जहां अफजाल अंसारी के खिलाप मुकदमा दर्ज कराया गया. ऐसे में अब उनके बयान पर प्रदेश भर में हलचल मच गया गया है. इनके विवादित बयान पर साधु संतों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा. कई साधु-संतो ने भी अफजाल पर पलटवार किया है. जहां अमेठी के पीठाधीश्वर चैतन्य ब्रह्मचारी शिव योगी स्वामी मौनी महाराज का बयान सामने आया है.
आपको बता दें कि अफजाल अंसारी के बयान पर भड़के पीठाधीश्वर मौनी महाराज ने बयान देते हुए कहा है कि, ‘संत समाज में नशा की कोई जगह नहीं है, अगर कोई व्यक्तिगत व्यक्ति नशा करता है, तो उसे धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. आगे उन्होनें कहा महाकुंभ में आने वाले सभी साधु संत नशा करते हैं, ऐसी टिप्पणी गलत है. क्योंकि नशा करने की इजाजत तो शास्त्र भी नहीं देता है. किसी एक व्यक्ति के नशा करने से पूरे संत समाज पर उंगली उठाना कतई उचित नहीं है. मौनी महाराज ने कहा महाकुंभ मेला सिर्फ गांजा पीने के लिए नहीं लगता है, यहां तमाम बुराइयों और व्यसन की मुक्ति के संकल्प लिए जाते हैं, कुंभ मेले में यज्ञ और अनुष्ठान किए जाते हैं’.
ऐसे में मौनी महाराज ने सपा सांसद अफजाल अंसारी के बयान की निंदा करते हुए कहा ‘उनको बोलने के पहले सोच विचार करना चाहिए. साधु संतों के स्वाभिमान पर आक्रमण कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आगे उन्होनें कहा अफजाल चुने हुए प्रतिनिधि हैं. इसलिए उन्हें मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए. मौनी महाराज ने कहा है कि कई नेता भी नशेड़ी हैं. संत समाज में भी कुछ लोग तथाकथित नशा करने वाले हो सकते हैं, लेकिन पूरा संत समाज नशेड़ी है, यह कहना कतई उचित नहीं है.