देशभर में मुस्लिम विरोधी भड़काऊ भाषण के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल

देशभर में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बढ़ती हेट स्पीच और भड़काऊ भाषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई। सुप्रीम कोर्ट में जमीयत उलेमा ए हिंद और मौलाना महमूद मदनी ने वकील एम आर शमशाद के ज़रिय याचिका दाखिल किया। याचिका में देश भर में हुई हेट स्पीच के मामले में जांच के लिए निष्पक्ष कमेटी बनाने की मांग की गई। हेट स्पीच के मामले में कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग की गई। याचिका में पैगंबर मोहम्मद के ऊपर की गई घृणास्पद बयान पर राज्यों द्वारा की गई कार्यवाही पर केंद्र सरकार से रिपोर्ट मांगने की मांग की गई है।

याचिका में देशभर में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ हुई कई अपमानजनक टिप्पणियों के बारे में बताया गया। याचिका में कहा गया कि 2018 से लेकर देशभर में कई लोगों के द्वारा मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हिंसा भड़काने के बयान दिए गए। याचिका में कहा गया कि ऐसे लोगों के खिलाफ कोई भी सख्त कार्रवाई नहीं की गई है।

याचिका में डासना मंदिर के पुजारी स्वामी यति नरसिम्हानंद सरस्वती के भड़काऊं बयान, जंतर मंतर पर लगाए गए भड़काऊ नारे, धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा का आह्वान, गुरुग्राम में नमाज़ को लेकर हुए विवाद, त्रिपुरा में आयोजित हुई रैली में लगाए गए विवादित नारों का जिक्र किया गया। याचिका में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा याति नरसिंह सरस्वती के खिलाफ हुए प्रदर्शनों में 100 मुसलमानों की गिरफ्तारी का भी ज़िक्र किया गया।

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