
पीलीभीत : जिले में अवैध खनन का खेल खनन अधिकारी, पुलिस की नाक के नीचे खुलेआम जारी है। खनन माफियाओं के डंफर रोज़ रात में दौड़ते हैं, और जिम्मेदार आंखें मूंदे बैठें है। इसी लापरवाही का खामियाजा भरतपुर कॉलोनी के एक युवक को अपनी जान गंवाकर चुकाना पड़ा। बृहस्पति बार सुबह, अवैध खनन में लगे एक तेज़ रफ्तार डंफर ने उसे कुचल दिया। हादसा मझोला चौकी क्षेत्र के भिंडारा और मझोला कस्बे के बीच हुआ, लेकिन खनन विभाग, पुलिस की नींद फिर भी नहीं टूटी।
खनन माफियाओं को पुलिस और खनन विभाग का संरक्षण!
स्थानीय लोगों का कहना है कि रोजाना रात हरदासपुर से सटी देवहा नदी से दर्जनों डंफर मिट्टी लेकर उत्तराखंड जाते हैं। बिना खनन अधिकारी और पुलिस की मिलीभगत के यह संभव नहीं है। सवाल उठता है कि आखिर ये डंफर कैसे बेरोकटोक दौड़ते हैं? क्या खनन माफियाओं को पुलिस और खनन विभाग का खुला संरक्षण मिला हुआ है?
हादसे के बाद भी चुप क्यों है खनन विभाग, स्थानीय पुलिस,
हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन अवैध खनन करने वालों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई । खनन अधिकारी भी खामोश हैं, जबकि रोज़ाना मशीनों से खुदाई और डंफरों से मिट्टी ढुलाई हो रही है। आरोपी डंफर चालक फरार हो गया, स्थानीय लोगों ने पुलिस और खनन विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि खनन अधिकारियों की मिलीभगत के बिना यह गोरखधंधा नहीं चल सकता।
डंफर के कहर से सड़क बेगुनाह के खून से सड़क हुई लाल,
दरअसल अवैध खनन में लगे डंफर बेतहाशा दौड़ रहे हैं। मृतक युवक, जो भरतपुर कॉलोनी का रहने वाला था, बाइक से मजदूरी के लौट जा रहा था, तभी तेज़ रफ्तार डंफर ने उसे रौंद दिया। हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया, जबकि सड़क खून से लाल हो गई।
शव को भेजा गया पोस्टमार्टम के लिए
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि, आरोपी डंफर चालक अभी भी फरार है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है । देखना यह है कि पुलिस और खनन विभाग इस अवैध कारोबार पर लगाम लगाते हैं या फिर यह मौतों का सिलसिला यूं ही जारी रहेगा?
रिपोर्ट : हरि पाल सिंह, पीलीभीत