लखनऊ- बिहार में जातीय जनगणना की रिपोर्ट ने सियासी गलियारों के माहौल को ही बदल कर रख दिया था. अचानक से विपक्षी दलों की तरफ से एक सुर में आवाज उठने लगी थी, बिहार की ही तर्ज पर दूसरे राज्यों में जातीय जनगणना कराने की.
विपक्षी दल इस बात को लेकर सत्ताधारी पक्ष पर हावी होने की कोशिश करने में लगे हैं.इसी बीच जातीय जनगणना पर यूपी में सियासी संग्राम छिड़ गया है. और उनका बयान कुछ तरह का है कि सियासी गलियारों में हलचल हो गई है.
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने विधान परिषद में कहा है कि वो स्वयं और उनकी पार्टी के वरिष्ठतम नेता जातिगत जनगणना के पक्ष में हैं हम इसके खिलाफ नहीं हैं।@kpmaurya1 #Lucknow pic.twitter.com/7ts0jgJnpR
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) November 30, 2023
जातीय जनगणना को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं और मेरे बड़े नेता जातीय जनगणना चाहते हैं. विपक्ष ने जातीय जनगणना पर सरकार को घेरा है. विधान परिषद में भी कल इस मुद्दे पर हंगामा हुआ. विधान परिषद में सपा ने बहिर्गमन किया था. जातिगत जनगणना के पक्ष में केशव मौर्य का ये बयान काफी ज्यादा हाइप पर है.
वहीं जातीय जनगणना को लेकर सपा विधायक पल्लवी पटेल का भी बयान सामने आया है. सपा विधायक पल्लवी पटेल ने अपने बयान में कहा कि बीजेपी जातिगत जनगणना से क्यों भाग रही है.जातिगत जनगणना के लिए सदन बढ़ाया जाए.सदन के सत्र को चर्चा के लिए बढ़ाया जाए.आज भी इस मुद्दे को सदन में उठाया जाएगा.अनुपूरक बजट सिर्फ नाम का बजट है.हम सदन में चर्चा करना चाहते हैं. चर्चा न हो इसलिए इतना छोटा सदन रखा गया है.