
अमेठी- जिले के मंडखा गांव निवासी आरिफ और सारस की दोस्ती सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रही. चर्चा में आने के बाद पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी आरिफ और सारस से मिलने उनके गांव पहुंचे थे. आरिफ को सारस उनके गांव के पास घायल अवस्था में मिला था. आरिफ ने उसका इलाज किया. ठीक होने के बाद सारस और आरिफ की ऐसी दोस्ती हुई की मिसाल बन गई. कुछ दिनों से आरिफ और सारस की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही.
उप्र वन-विभाग द्वारा अमेठी से ज़बरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस’ अब लापता है। उप्र के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 23, 2023
भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे।… pic.twitter.com/MPaIlaKLgj
चर्चा में आने के बाद वन विभाग की टीम सारस को अपने साथ समसपुर पक्षी विहार ले गई. लेकिन अब खबर आ रही है कि बुधवार सुबह समसपुर पक्षी विहार से आरिफ का सारस दूसरे सारस पक्षियों के साथ कहीं उड़ गया. अभी वह आरिफ के घर नहीं पहुंचा है. फिलहाल वन विभाग की टीम सारस की तलाश में जुटी है. आरिफ का सारस रायबरेली के पक्षी विहार लापता होना वन विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर कर रहा है. प्रश्न यह उठ रहा है कि जब सारस को वन विभाग नहीं संभाल सकता था तो वह आरिफ के घर से क्यों ले गए.
इस मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि उप्र वन विभाग ने सारस को अमेठी से ज़बरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा था. बहुचर्चित सारस अब लापता है. उप्र के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है. भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे.