यूपी 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियों के बीच वाद विवाद का दौर जारी हो गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। उन्होंने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि भारत के मुसलमान ने 1947 में फैसला कर लिया था कि वो पाकिस्तान नहीं जाएंगे। जिन्ना से हमारा कोई ताल्लुक़ नहीं है। अखिलेश यादव को ये समझना चाहिए कि वो ये बात करके सोच रहे हैं, कोई एक तबका इससे ख़ुश होगा तो वो ग़लत हैं। साथ ही ओवैसी ने कहा, भारत में कभी मुस्लिम वोट बैंक नहीं था और ना रहेगा, हमेशा से हिन्दू वोट बैंक था, है और रहेगा।
दरअसल, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हरदोई में पार्टी की एक रैली में कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई। जिसपर भाजपा समेत कई राजनीतिक दल उनपर हमला कर रहे है।
अखिलेश के बायन को लेकर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई कर चुके अखिलेश यादव की यह बात सुनकर मुलायम सिंह भी अपना सिर ऊंचा रखेंगे। देश मुहम्मद अली जिन्ना को बंटवारे का खलनायक मानता है। जिन्ना को आजादी का हीरो कहना ही मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति है।