
प्रयागराज में किन्नर अखाड़े में बड़ा फैसला लिया गया है। अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर पद से हटा दिया है। इसके साथ ही, दोनों को किन्नर अखाड़े से निष्कासित भी कर दिया गया है।
अजय दास ने कहा कि जल्द ही नए आचार्य महामंडलेश्वर की घोषणा की जाएगी। यह निर्णय अखाड़े के आंतरिक मतभेदों और अनुशासनात्मक कारणों के चलते लिया गया है। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से अखाड़े में गुटबाजी और आंतरिक विवाद बढ़ रहे थे, जिसके चलते यह कठोर निर्णय लेना पड़ा।
गौरतलब है कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ही ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाया था, लेकिन अब दोनों को अखाड़े से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इस फैसले के बाद किन्नर अखाड़े में नई रणनीति बनाई जा रही है और जल्द ही नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी।
किन्नर अखाड़ा 2016 में स्थापित किया गया था और तब से यह लगातार धार्मिक आयोजनों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। अखाड़े के इस आंतरिक बदलाव को लेकर संत समाज और किन्नर अखाड़े के अनुयायियों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।









