नेम प्लेट टांगने के आदेश को प्रियंका गांधी ने बताया लोकतंत्र पर हमला, सांसद संजय सिंह ने भी पोस्ट शेयर कर किया विरोध

योगी सरकार ने शुक्रवार को कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए बड़ा फैसला लिया है, जिसमें कांवड़ यात्रा के मार्गों पर दुकानों पर दुकानदारों के नेम प्लेट टांगने का आदेश दिया है। वहीं, इस आदेश के बाद राजनीतिक गलियारों में सियासी घमासान शुरू हो गया है। सरकार के फैसले के विरोध में देश एवं प्रदेश के बड़े-बड़े नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। ऐसे में प्रियंका गांधी, आप सांसद संजय सिंह और राम गोपाल यादव द्वारा विभाजनकारी बताया जा रहा है।

प्रियंका गांधी ने संविधान के खिलाफ बताया अपराध

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार के इस आदेश का विरोध किया है। इस दौरान उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल x पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि हमारा संविधान हर नागरिक को गारंटी देता है कि उसके साथ जाति, धर्म, भाषा या किसी अन्य आधार पर भेदभाव नहीं होगा। साथ ही लिखा कि उत्तर प्रदेश में ठेलों, खोमचों और दुकानों पर उनके मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश हमारे संविधान, हमारे लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है। इसके अलावा उन्होंने समाज में जाति और धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करना संविधान के खिलाफ अपराध बताया। उन्होंने लिखा कि आदेश तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और जिन अधिकारियों ने इसे जारी किया है, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

संजय सिंह ने जताया विरोध

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने सावन महीने के दौरान कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर नेम प्लेट लगाने के आदेश का विरोध किया है। इस दौरान उन्होंने x पर पोस्ट शेयर करते हुए योगी के इस फरमान को चुनाव हारने के बाद बीजेपी का पीडिए के खिलाफ अभियान बताया है। उन्होंने लिखा कि बीजेपी वाले दलितों पिछड़ों आदिवासियों और अल्पसंख्यकों की दुकान से कोई सामान नहीं खरीदेंगे और कतर,सऊदी अरब,ईरान के मुसलमानों से ख़रीदा गया तेल काँवड़ DJ और पुलिस वैन में इस्तेमाल नहीं होगा।

चुनाव में अपनी पराजय से बौखलाई बीजेपी- राम गोपाल यादव

समाजवादी पार्टी के महासचिव और सांसद प्रो. राम गोपाल यादव ने योगी के इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल x पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में अपनी हार से बौखलाई है। साथ ही लिखा कि आपसी झगड़े में फँसी बीजेपी सरकार प्रदेश को सांप्रदायिकता की आग में झोंकना चाहती है। उन्होंने फैसले को मुसलमानों की जान और दुकानों की सुरक्षा का खतरा बताया है।

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