
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित गोरखनाथ मंदिर परिसर में 3 अप्रैल को एक शख्स ने जबरन घुसने की कोशिश की। धारदार हथियार से लैस उस शख्स की जब परिसर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तलाशी लेने की कोशिश की तो उसने दो पुलिसकर्मियों पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया। अहमद मुर्तजा अब्बासी के रूप में पहचाने गए हमलावर ने काबू पाने से पहले लगभग दस मिनट तक मंदिर में सुरक्षाकर्मियों को चकमा दिया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी (महंत) हैं और मंदिर परिसर में उनका निजी आवास है। हमले के वक्त सीएम योगी मंदिर में नहीं थे। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो, अब्बासी अहमद मुर्तजा किसी भी कीमत पर परिसर में प्रवेश करना चाहता था और इसके लिए उसने गोरखनाथ थाने के सामने स्थित मंदिर का मुख्य द्वार चुना।
उस समय मंदिर के मुख्य द्वार पर सुरक्षा के लिए कांस्टेबल गोपाल गौड़ और अनिल पासवान को तैनात किया गया था। इसी बीच शाम के करीब 7:15 बजे मुर्तजा नामक उस शख्स ने परिसर में घुसने की कोशिश की, और जब पुलिस कर्मियों ने उसे चेकिंग के लिए रोका, तो उसने उनके हथियार छीनने की कोशिश की। असफल होने पर उसने धारदार हथियार से पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया।
इससे पहले कि पुलिस कर्मी कुछ समझ पाते, अब्बासी ने उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। उसके बाद वह ‘अल्लाह-हु-अकबर’ का नारा लगाते हुए मंदिर के मुख्य द्वार के पास पहुंचा जहां तैनात कांस्टेबल अनुराग राजपूत और AIU अधिकारी अनिल ने उसे रोका। अब्बासी ने उन्हें भी घायल करने की कोशिश की और लगभग गेट पर पहुंच ही गया था लेकिन तब तक कांस्टेबल अनुराग राजपूत और एआईयू अनिल ने उस पर काबू पा लिया।
घटना की जानकारी स्थानीय लोगों को मिलते ही वे मंदिर परिसर पहुंचे और अब्बासी की पिटाई कर दी। रिपोर्ट्स की मानें तो अब्बासी अकेले नहीं था। उसके साथ एक अन्य व्यक्ति भी था जो अब्बासी के पकडे जाने पर फरार हो गया। उसने अपने पीछे एक बैग छोड़ा है जिसमें पुलिस को एक लैपटॉप, पेन ड्राइव, एक हवाई टिकट और एक पैन कार्ड मिला है।