
बहन और भाई के अनूठे प्रेम और प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार नज़दीक आ गया है। देश के सभी बाजार राखियों से सज गए हैं। बाजार में बहने अपने भाईयों के लिए तरह-तरह की राखियों की खरीददारी में लग गई हैं। दिन- रात महिलाएं और युवतियां जमकर रक्षाबंधन की खरीददारी कर रही हैं।

भाई बहन के रिश्तों के पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन से ठीक पहले बाजारों में जबर्दस्त रौनक दिखाई देनी शुरू हो गयी है। बाजारों में राखियों की दुकाने और उसमें लोंगों की भीड़ छाने लगी है। इस बार रक्षाबंधन के मौके पर दुकानों में परंपरागत के साथ ही देशी राखियों की धूम देखी जा रही है।

रक्षाबंधन पर्व का बहनों को उत्सुकता के साथ इंतजार रहता है तो वहीं भाई इस दिन कहीं भी हों वह हर हाल में अपनी बहन के पास पहुँचकर अपने प्रेम व विश्वास का धर्म अदा करते हैं। पिछले दो वर्षों से कोरोना के चलते भाई अपनी बहनों के पास नहीं आ पाये थे, लेकिन इस बार इस पर्व को मनाने के मकसद से बहनों ने राखियों की खरीदारी कई दिन पहले से करनी शुरू कर दी है।
समय के साथ राखियों का स्वरुप बदल गया है। बाजार में तमाम नए डिजाइनों के साथ साथ रुद्राक्ष, बेनटेन राखी, म्यूजिक वाली राखी, नग वाली राखी के साथ साथ क्रिस्टल राखी, चंदन राखी, लेडी जूडा, मोली कलावा, मोटू पतलू राखी, शिनचेन वाली राखी, छोटा भीम वाली राखी के अलावा बाजार में आजादी के अमृत महोत्सव के प्रतीक के रूप में तिरंगे झंडे वाली राखी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्टून वाली आदि अनेक फैन्सी राखी बाजार में उपलब्ध हैं।









