
डिजिटल लेनदेन में तेजी से वृद्धि
भारत में ऑनलाइन लेनदेन तेजी से बढ़ रहे हैं। वित्त वर्ष 2017-18 में 2,071 करोड़ डिजिटल लेनदेन हुए थे, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 18,737 करोड़ हो गए। इस दौरान डिजिटल लेनदेन की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) 44% रही।
UPI बना डिजिटल भुगतान का मुख्य आधार
भारत में डिजिटल भुगतान के परिदृश्य में बदलाव आ रहा है और यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) इसका प्रमुख स्तंभ बन चुका है। वित्तीय समावेशन, व्यापारी अपनाने की दर और सीमा-पार लेनदेन में वृद्धि के साथ, UPI अब देश में 84% डिजिटल लेनदेन को नियंत्रित कर रहा है।
UPI लेनदेन में 4.4 गुना वृद्धि
2021 से 2024 के बीच UPI लेनदेन में 4.4 गुना वृद्धि दर्ज की गई, जो अब वार्षिक स्तर पर 172 अरब लेनदेन तक पहुंच चुका है। यह कार्ड-आधारित और वॉलेट लेनदेन की तुलना में कहीं अधिक तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
व्यापारी अपनाने की दर में उल्लेखनीय वृद्धि
UPI के जरिए अब 3 करोड़ से अधिक व्यापारी डिजिटल भुगतान स्वीकार कर रहे हैं। व्यापारी से उपभोक्ता (P2M) लेनदेन 67% सालाना की दर से बढ़ रहा है, जो पीयर-टू-पीयर (P2P) लेनदेन से अधिक तेजी से बढ़ रहा है। इससे स्पष्ट होता है कि UPI अब खुदरा भुगतान प्रणाली का मुख्य स्तंभ बन गया है।
UPI बना डिजिटल अर्थव्यवस्था की रीढ़
“The Digital Fifth” के संस्थापक समीर सिंह जैन के अनुसार, “UPI केवल त्वरित फंड ट्रांसफर प्रणाली से आगे बढ़कर भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन गया है। यह व्यापारियों के लिए आसान भुगतान, वित्तीय समावेशन और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेनदेन की सुविधा प्रदान कर रहा है।”
UPI हर महीने 16 अरब लेनदेन को संभाल रहा है और 2030 के अंत तक इसके तीन गुना बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में, मजबूत और हाई-रेसिलिएंट स्विचिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत और भी बढ़ जाती है।
सुरक्षित और निर्बाध लेनदेन के लिए नई तकनीकें
रियल-टाइम फ्रॉड डिटेक्शन, क्लाउड-नेटीव आर्किटेक्चर और स्केलेबल, डुअल-कोर स्विच अब एक आवश्यकता बन गए हैं, ताकि भारत में डिजिटल भुगतान सुरक्षित और सुगम बना रहे।
UPI क्रेडिट और एम्बेडेड फाइनेंस से MSMEs को फायदा
रिपोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया गया कि UPI की सफलता में नई तकनीकों की अहम भूमिका है। UPI क्रेडिट और एम्बेडेड फाइनेंस सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) और उपभोक्ताओं के लिए कर्ज तक पहुंच को आसान बना रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा
UPI Lite और ऑफलाइन भुगतान विकल्प विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन को मजबूत कर रहे हैं। वहीं, सीमा-पार UPI लेनदेन भी तेजी से बढ़ रहे हैं। सिंगापुर, फ्रांस और श्रीलंका जैसे देशों में UPI की सफल तैनाती इस दिशा में एक बड़ा कदम है।