रवि शास्त्री ने बताया धोनी ने क्यों लिया था टेस्ट क्रिकेट से संन्यास

एमएस धोनी ऐसे काम करते हैं जिनकी लोग उनसे कम ही उम्मीद करते हैं। 2007 में टी 20 विश्व कप फाइनल का अंतिम ओवर जोगिंदर शर्मा को देने हो, या 2011 विश्व कप फाइनल में फॉर्म में चल रहे युवराज सिंह से आगे बल्लेबाजी करने के लिए आना। धोनी क्या करते हैं ये सिर्फ वो ही जानते हैं।

एमएस धोनी ऐसे काम करते हैं जिनकी लोग उनसे कम ही उम्मीद करते हैं।  2007 में टी 20 विश्व कप फाइनल का अंतिम ओवर जोगिंदर शर्मा को देने  हो, या 2011 विश्व कप फाइनल में फॉर्म में चल रहे युवराज सिंह से आगे बल्लेबाजी करने के लिए आना। धोनी क्या करते हैं ये सिर्फ वो ही जानते हैं। 

किसने सोचा होगा कि उनके नेतृत्व में चेन्नई सुपर किंग्स जो 2020 में नॉक आउट होने वाली पहली टीम थी। इस साल आईपीएल जीत लेगी।  धोनी ने जो कई आश्चर्यजनक फैसले लिए हैं, उनमें से एक था टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का उनका फैसला।  2014 में, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बॉक्सिंग डे टेस्ट मेच ड्रॉ होने के बाद, ‘एमएस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया’ वह 33 वर्ष के थे जब धोनी ने टेस्ट फ़ॉमेट को अलविदा कहने का फैसला किया।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने एमसीजी ड्रेसिंग रूम के दृश्यों को याद किया, शास्त्री ने इस घटना को याद करते हुए बताया कि टीम में किसी को भी इस बारे में जानकारी नहीं थी, जब धोनी अपने इस फैसले के बारे में बताया तो सब हैरान रह गए थे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि धोनी ने अपने वनडे करियर को बढ़ाने के लिए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था।

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